CAPITAL
भूमाफियाओं पर अब तक कार्रवाही न होने से उनके हौसले बुलंद !
- प्रशासन के अधिकारी मामले पर कुछ भी बोलने से आखिर क्यों बच रहे
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून: एमडीडीए तो पहले से ही अपनी कार्यप्रणाली को लेकर चर्चित रहा है वहीँ अब जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली भी राजधानी में कुकुरमुत्तों की तरह फैले हुए भूमाफियाओं के हौसले बुलंद कर रही है।
सबसे बड़ी हैरानी वाली बात तो यह है कि दो दिन पहले प्रशासन और खनन विभाग की छापेमारी में कई बीघा जमीन कब्जा करने और अवैध खनन का खुलासा हुआ था, जिसपर 48 घंटे बाद भी आज तक भी प्रशासन रिपोर्ट तैयार नहीं कर पाया है।
राजधानी देहरादून में घंटाघर से महज 15 किमी दूरी पर ही बिल्डर का सैकड़ों बीघा जमीन कब्जाने और 5900 घन मीटर मिट्टी का अवैध ढुलान करने के मामले में 48 घंटे बाद भी प्रशासन अपनी रिपोर्ट तैयार नहीं कर पाया है हालाकिं मौके पर पैमाइश के बाद तहसीलदार सदर को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है लेकिन जिलाधिकारी कार्यालय तक अब भी रिपोर्ट नहीं पहुँच पायी है।
सबसे खास बात ये है कि प्रशासन के अधिकारी मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। हालाकिं सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की बात जरूर कही है।
देहरादून में तमाम विभागों की तरफ से भूमि की मांग प्रशासन से लंबे समय से की हुई है। जबकि उद्योगों के लिए भी जमीनों की कमी है जिसके लिए सरकार लैंड बैंक बनाने के प्रयास कर रही है लेकिन उधर भूमाफिया और बिल्डर्स ऐसे कई बीघा जमीनें कब्जा की हुई है। ऐसे प्रशासन की नाक के नीचे धोरण खास क्षेत्र में हो रहा कब्जा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है।