इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे में 153 की मौत, 250 से ज्यादा घायल
पटना : इंदौर-पटना एक्सप्रेस के चौदह डिब्बे पटरी से उतर जाने से हुए हादसे में अब तक 153 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। वहीं 250 से ज्यादा के घायल होने की भी खबर है।हालांकि,भारतीय रेलवे के पीआरओ अनिल सक्सेना ने कहा कि अबतक 97 मौतों की पुष्टि हो चुकी है जबकि 91 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य लगभग पूरा हो चुका है, दुर्घटना स्थल पर अब कोई यात्री नहीं है। हादसा रविवार सुबह 3 बजकर 10 मिनट पर हुआ। ट्रेन इंदौर से पटना की ओर जा रही थी।
भाई का नहीं चल रहा पता
ट्रेन हादसे में पटना के अशोक राजपथ ननमुनिया के शेरशाह मोड़ के रहनेवाले मो. तबरेज के भाई मो. शहाबुद्दीन का कोई पता नहीं चल पा रहा है. तबरेज ने बताया कि शनिवार की रात 8.10 बजे भाई से बात हुई थी. वह वीणा के निजी प्लांट में काम करता है. उसने बताया कि वह इंदौर-पटना एक्सप्रेस से पटना आ रहा है. इसके बाद 9.56 बजे पर तबरेज ने फिर से मोबाइल पर शहाबुद्दीन से बात करनी चाही, पर भाई ने फोन नहीं उठाया. उसके बाद फिर बात नहीं हो पायी. शहाबुद्दीन का मोबाइल नबंर है- 9122702299 है. तबरेज ने बताया कि मोबाइल पर कॉल करने पर उसका स्विच ऑफ बता रहा है.
पटना सिटी के एक ही परिवार के 8 लोग लापता
वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पटना सिटी के रहनेवाले एक ही परिवार के आठ लोगों के हादसे में शिकार होने की संभावना जतायी जा रही है. मनोज अपनी पत्नी प्रेमलता के साथ तीर्थयात्रा पर निकले थे. शनिवार को उज्जैन दर्शन करने के बाद ये लोग इंदौर-पटना एक्सप्रेस से ही वापस लौट रहे थे. इनके साथ आठ लोग थे. सभी का आरक्षण एस 1 बोगी में ही था. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घायलों की सूची में इनका नाम नहीं है. मालूम हो कि सबसे ज्यादा नुकसान भी एस 1 और एस 2 बोगी को ही हुआ है. इससे संभावना जतायी जा रही है वे हादसे के शिकार हुए हैं.
पटना जंक्शन पर बनाया गया कंट्रोल रूम
हादसे के बाद से पटना जंक्शन पर भी रेलवे कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां से पल-पल परिजनों को जानकारी दी जा रही है. जंक्शन पर डीएम संजय कुमार अग्रवाल, एसएसपी मनु महाराज, एडीआरएम, सीनियर डीसीएम सहित सभी आलाधिकारी मौजूद है. वे पूरी घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. जिला प्रशासन हेल्प डेस्क बनाया है. पटना जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने कहा कि घायलों की मदद के लिए पूरी तैयारी कर ली गयी है. लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिये गये हैं.
बिहार सरकार के तीन अधिकारी कानपुर के लिए रवाना
इंदौर-पटना एक्सप्रेस के कानपुर के पास हादसे का शिकार होने के बाद घटना स्थल के लिए बिहार सरकार के तीन अधिकारी भी रवाना हो चुके हैं. आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, रेल आइजी अमित कुमार, आइजी जितेंद्र कुमार सरकार के विशेष विमान से कानपुर के लिए रवाना हो चुके हैं. आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार ट्रेन हादसे में घायल लोगों का कानपुर के हैलेट अस्पताल में इलाज चल रहा है. प्रधान सचिव के मुताबिक अभी भी कुछ डेड बॉडी की पहचान नहीं हो सकी है.
हादसे पर सीएम नीतीश ने जताया गहरा दुख
इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी रेल दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और बिहार सरकार के अधिकारियों को यूपी और रेलवे के अधिकारियों से संपर्क में रहने का आदेश दिया है. सीएम ने कहा है दुर्घटना में मृतक और घायल के परिजनों को बिहार सरकार हरसंभव सहायता करेगी और इस मुश्किल घड़ी में सरकार उनके साथ है.
मृतकों के परिजनों को 12.5 लाख, घायलों को 2 लाख रुपये
घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्रेन हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 50 हजार रुपये और सामान्य घायलों के लिए 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की.
रेल मंत्रालय ने मृतकों के परिजनों को 3.5 लाख रुपये, वहीं गंभीर जख्मी को 50-50 हजार देने की घोषणा की. इनके अलावा हल्की चोट वालों के लिए 25-25 हजार रुपये के मुआवज़े का ऐलान किया गया है. पीएम मोदी ने मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवज़े का ऐलान किया.