हल्द्वानी के कारोबारी ने BJP मंत्री के सामने जनता दरबार में खाया जहर
- नोटबंदी और जीएसटी से चौपट हुआ ट्रांसपोर्टर का कारोबार
- हालत को खराब देखते हुए मैक्स अस्पताल रेफर किया
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जहर खाकर कारोबारी ने बनाया था वीडियो
देहरादून: जनता दरबार के दौरान भाजपा प्रदेश मुख्यालय में हल्द्वानी से आए एक ट्रांसपोर्टर ने शनिवार को जहर खा लिया। कारोबारी ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के सामने जहर गटका और सरकार के खिलाफ रोते हुए जमकर नारेबाजी की। उसका कहना था कि पहले नोटबंदी और फिर जीएसटी के बाद उसका कारोबार चौपट हो गया है। कारोबारी को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फरियादी अपना नाम प्रकाश पांडे बता रहा है जो हल्द्वानी में ट्रांसपोर्टर का काम करता है। वहीं वहां सिद्धि विनायक ट्रांसपोर्टर कंपनी चलाता है। वह बोला जीएसटी और नोटबंदी ने उसका कारोबार ठप कर दिया है। वह कर्ज तले डूब गया है।उसने कहा कि मुझे नोटबंदी और जीएसटी ने बर्दाद कर दिया है। इसलिए मैने जहर खा लिया है। मोदी सरकार किसी की नहीं सुनती।इतना कहकर वह रोने लगा और बोला मैं कंगाल हो गया। इतने में ही वहां उसकी ये बाते सुनकर सनसनी फैल गई।
शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में कृषि मंत्री जनता दरबार लगाकर फरियादियों की समस्याएं सुन रहे थे। जिसमें हल्द्वानी निवासी प्रकाश पांडेय अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। इस दौरान प्रकाश ने कहा कि वह अपनी समस्या से बेहद परेशान है, जिसके चलते वो जहर पीकर आया है। इसे देखते ही वहां मौजूद हर शख्स के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में कृषि मंत्री ने फरियादी को अस्पताल पहुंचाने को कहा। जिसपर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उसे कृषि मंत्री की गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। जहाँ उसकी हालत को खराब देखते हुए मैक्स अस्पताल रेफर किया गया है।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि वह सभी फरियादियों की समस्याएं सुन रहे हैं और उनका समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि जो फरियादी जहर खाने की बात कर रहा था उसे अस्पताल पहुंचा दिया गया है और उसकी हालत खतरे से बाहर है। आपको बता दें कि प्रकाश पांडेय ट्रांसपोर्टर है और वो बैंक के कर्ज से बेहद परेशान है।
जहर खाने से दौरान कार में बैठकर बनाया यह वीडियो और भेजा अपने दोस्त सुरेंद्र को
हल्द्वानी के कारोबारी प्रकाश पांडे ने बलबीर रोड पर भाजपा मुख्यालय के बाहर ही जहर खाया। अपनी कार में जहर खाने के बाद उसने अपनी एक वीडियो भी बनाई, जिसके उसने दोस्त को पोस्ट किया। इस वीडियों में उसने अपनी पूरी दर्द भरी कहानी बयां की। सरकार के खिलाफ बहुत कुछ बोला। बताया कि वह शुक्रवार को देहरादून आ गया था।
इस वीडियो में उसने बताया कि वे पिछले चार-पांच महीनों से सीएम के ओएसडी के संपर्क में था। उन्हें कई बार मदद के लिए बोला। सरकारी दफ्तरों में फंसी अपनी पेमेंट दिलवाने की गुहार लगवाई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। शुक्रवार को वह सीएम के ओएसडी के पास पहुंचा तो उन्होंने कहा कि बीपीएल कार्ड ले आया तो सीएम राहत कोष से उन्हें 20-30 हजार की मदद मिल जाएगी। इस पर उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने वीडियो में कांग्रेस की तारीफ और भाजपा की बुराई भी की। अपने दोस्त विरेंद्र को संबोधित इस वीडियो में उसने साफ कहा कि उसने जहर खा लिया है और शायद वह बचेगा नहीं।
ट्रकों की किश्त और बच्चों की फीस तक नहीं दे पा रहा था
प्रकाश पांडे इससे पूर्व अपनी व्यथा के बारे में पीएमओ, वित्तमंत्री अरुण जेटली, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ ही चेन्नई की श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी के एमडी को पांच जून को पत्र लिख चुका है, जिसमें उसने लिखा कि उसने कंपनी से तीन ट्रक फाइनेंस करवाए थे। जो उसने हल्द्वानी में गोला खनन और अन्य कामों में लगाए थे। वर्ष 2016 के बरसात, खनन पर रोक और नोटबंदी से कारोबार में भारी घाटा हुआ। जिस कारण वह अगस्त 2016 से ट्रकों की किश्त नहीं दे पा रहा। उसने अगस्त 2016 से मई 2017 ब्याज माफ करने और उस पर लगने वाला चक्रवृद्धि ब्याज रोकने की फरियाद की। उसने कंपनी से ट्रकों के इंश्योरेंस के कागज भी देने को कहा। प्रकाश पांडे के अनुसार पीएमओ ने अगस्त 2017 में उनकी शिकायत पर कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को लिखा। इसकी कापी प्रकाश पांडे को भी दी गई। पांडे के अनुसार इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ना ही कंपनी ने कोई मदद की। मुख्यमंत्री के नाम लिखी गई शिकायत में प्रकाश पांडे ने ये भी कहा कि वह पिछले छह माह से अपनी दो बच्चों की फीस के साथ ही बीमा की किश्त नहीं दे पा रहा है।