तत्काल दर्ज होगी चुनावी अपराध में एफआइआर
देहरादून : उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए डीजीपी ने राज्य व केंद्रीय सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक की। इस दौरान डीजीपी ने चुनावी हिंसा समेत सभी अपराधों में त्वरित कार्रवाई करने के साथ ही अवैध असलहों और शराब तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने का निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों को मतदान केंद्रों का भ्रमण कर वहां की संवेदनशीलता के बारे में पूरा ब्योरा जुटाने का भी निर्देश दिया ताकि उसके लिहाज से सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए।
आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ ही पुलिस महकमा चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अधिकारियों से मुखातिब डीजीपी एमए. गणपति ने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी तीन दिन के भीतर अपने जिले के डीएम व राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जनपद में शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा कर लें।
उन्होंने चुनाव में असलहों का प्रदर्शन और दुरुपयोग रोकने के लिए लाइसेंसी असलहे अभी से जमा करना आरंभ करने के निर्देश दिए। डीजीपी ने यह भी कहा कि जनपद में नियुक्त पुलिस बल का अधिक से अधिक चुनाव ड्यूटी में उपयोग किया जाए।
डीजीपी ने साथ ही निर्देश दिए हैं कि पिछले चुनावों में गड़बड़ी फैलाने वालों पर निरोधात्मक कार्रवाई के माध्यम से शिकंजा कसना शुरू कर दिया जाए। बैठक में एडीजी प्रशासन अशोक कुमार, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर राम सिंह मीणा, आइजी दीपक सेठ, अमित सिन्हा, आइजी मुख्यालय जीएस मर्तोलिया, आइजी एसटीएफ संजय गुंज्याल, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी नीरज खैरवाल आदि मौजूद रहे।
राज्य में प्रवेश के मार्गों पर बैरियर लगाने का निर्देश भी डीजीपी ने दिया है। फ्लाइंग स्क्वायड और स्टेटिक सर्विलांस टीमों का गठन किया गया है, जो अंतरराज्यीय बैरियरों पर वाहनों की चेकिंग करेंगी। डीजीपी ने चुनाव में ड्यूटी करने वाले सभी कार्मिकों का हर हाल में वोटर कार्ड बनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कितने कार्मिकों के वोटर कार्ड बने हैं, कितने के नहीं, इसका ब्योरा एक सप्ताह में उपलब्ध करा दिया जाए।