बनेगा इतिहास : पहली बार जब देश की बेटियां उत्तरी ध्रुव के ऊपर भरेंगी सबसे लंबी उड़ान
एयर इंडिया ने इस बार देश की बेटियों को सौंपी जिम्मेदारी
सैन फ्रांसिस्को से 16 हजार किमी की यात्रा कर शनिवार को बंगलूरू पहुंचेगा एयर इंडिया का विमान
बोइंग 777 उड़ाने वाली सबसे युवा पायलट हैं दिल्ली की जोया अग्रवाल जो करेंगी दल का नेतृत्व
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : देश की चार बेटियां शनिवार को उत्तरी ध्रुव के ऊपर से दुनिया का सबसे लंबा हवाई सफर पूरा कर इतिहास रचेंगी। पहली बार 16 हजार किलोमीटर लंबी उड़ान चार महिला चालकों का दल पूरा करेगा। एयर इंडिया के दिल्ली बेस पर तैनात कैप्टन जोया अग्रवाल सैन फ्रांसिस्को से बंगलूरू आने वाले इस विमान के महिला चालक दल का नेतृत्व करे रहीं हैं।
एयर इंडिया की उड़ान पर जोया के साथ कैप्टन तनमई पपागिरी, कैप्टन आकांक्षा सोनावने और कैप्टन शिवानी मन्हास हैं। जोया ने उड़ान से पहले कहा, यह शानदार सपने के सच होने जैसा है। हर पायलट इसके लिए जीतोड़ मेहनत करता है लेकिन मौका मिलना बहुत ही मुश्किल होता है।
जोया ने कहा एयर इंडिया और उड्डयन मंत्रालय ने मुझे यह मौका देकर बड़ी जिम्मेदारी दी है। जोया दुनिया के सबसे लंबे हवाई रूट पर चालक दल का नेतृत्व करने वाली एयर इंडिया की पहली महिला कमांडर होंगी। एयर इंडिया के पायलट पहले भी इस रूट पर चल चुके हैं लेकिन पहली बार पूरा चालक दल महिलाओं का है।
जोया ने कहा कि मैं यह सोचकर सातवें आसमान पहुंच जाती हूं कि उत्तरी ध्रुव के ऊपर से सबसे बड़े हवाई सफर पर विमान उड़ाऊंगी। जब हम उत्तरी ध्रुव के ऊपर से गुजरेंगे तो कम्पास की सुइयां 180 डिग्री पर घूम जाएंगी और हमारे जिंदगी में नया कीर्तिमान जुड़ जाएगा।
गौतलब हो कि जोया अग्रवाल ने वर्ष 2013 में बोइंग 777 उड़ा कर दुनिया की सबसे युवा महिला पायलट बनीं थीं। अब यह नया कीर्तिमान उनकी दूसरी बड़ी उपलब्धि होगी। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी ध्रुव के ऊपर से होकर गुजरने वाला पोलर रूट चुनौतियों से भरा है। विमानन कंपनियां इस पर अपने सबसे कुशल और अनुभवी पायलट को ही भेजती हैं। एयर इंडिया ने इस बार यह जिम्मेदारी देश की बेटियों को सौंपी है।