UTTARAKHAND

कोविड-19 : हिमालयन एक्शन रिसर्च सेन्टर की मास्क, फूड, सीड़ किट और किसान एडवायजरी को लेकर अनूठी पहल

कोरोना ने निपटने की मुहीम  में हिमालयन एक्शन रिसर्च सेन्टर (हार्क) सरकार के साथ हुआ खड़ा 

पर्वतीय दूरस्थ विकास खण्डों के किसानों तक पहुंचाई आवश्यक सामग्री 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

”हार्क का पर्वतीय जरूरतमंद लोगों को आवश्यक फूड़ किट के साथ कुछेक उत्पादकों हेतु कृषि इनपुटस् के तहत खीरा, लौकी, तोरी, बैंगन, फ्रेंचबीन आदि बीजों का सीड़ किट जैसे कार्यों में उपयोग होने वाली चीजों को पहुँचाने का संकल्प” 

देहरादून : वैश्विक महामारी संकट कोरोना (कोविड-19) आपदा से निपटने के लिए देशव्यापी स्तर पर सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों द्वारा आगे आकर सहयोगी बनकर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इन प्रयासों के क्रम मे हिमालयन एक्शन रिसर्च सेन्टर (हार्क), देहरादून द्वारा गैर सरकारी संगठन के रूप कार्य करते हुए कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से निपटने के लिए अपने स्तर पर उत्तराखण्ड के विभिन्न सुदूरवर्ती जनपद उत्तरकाशी की रंवाई घाटी सहित बागेश्वर के पिंडर वैली, देहरादून के दूरस्थ चकराता एवं कालसी ब्लाँक सहित चमोली जिले के कर्णप्रयाग, गैरसैण, पोखरी एवं घाट ब्लाँक सहित दर्जनों अन्य ब्लाँक के तहत भारत सरकार द्वारा आम जनोपयोगी एव किसानपयोगी जानकारियों का प्रसार सतत रूप से किया जा रहा है।

कोरोना के संक्रमण से बचाव की मुहिम में  सरकार के साथ सहभागी बनकर हार्क के कार्यकर्तों द्वारा मार्च माह के दो दिन का वेतन, जिसके तहत रूपए पचास हजार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष एवं रूपए पचास हजार मुख्यमंत्री राहत कोष-उत्तराखण्ड़ में जमा कर अपने स्तर से आर्थिक योगदान दिया गया, यही नहीं सभी कार्यकर्ताओं द्वारा आगामी दो माह में दो दिन के वेतन के समतुल्य धनराशि को पुनः कोरोना संक्रमण से बचाव के कार्य जिसमें ग्रामीण जन हेतु निशुल्क मास्क की उपलब्धता, जरूरत्मंद लोगों को आवश्यक फूड़ किट के साथ कुछेक उत्पादकों हेतु कृषि इनपुटस् के तहत खीरा, लौकी, तोरी, बैंगन, फ्रेंचबीन आदि बीजों का सीड़ किट जैसे कार्यों में उपयोग करने का संकल्प लिया है।

वर्तमान में ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में मास्क की कमी की आपूिर्त एवं संक्रमण से बचाव हेतु इसकी अनिवार्यता के मध्यनजर हार्क कार्यकर्ताओं द्वारा अप्रैल माह के अंदर अपने स्तर पर 20,000 मास्क बनाने का कार्य करवाया जा रहा है जिससे यह मास्क ग्रामीण तथा अन्य जरूरत्मंद लोगों को जिला एवं स्थानीय प्रशासन के माध्यम से निशुल्क उपलब्ध करवाया जा सकेगा वहीँ साथ ही हार्क द्वारा जनपद चमोली एवं उत्तरकाशी जनपद में संगठन के परियोजना क्षेत्र के तहत आच्छादित लक्षित परिवार जिसमें मुख्यतः गभर्वती महिला एवं छह  माह से तीन वर्ष के बालक -बालिकाओं को केन्द्रित कर पूरक पोषाहार युक्त फूड़ किट जिसमें विटामीन सी युक्त माल्टा जूस एवं आंवला अचार, प्रतिरोधक क्षमता वर्धक तुलसी चाय, मिक्स जैम, दलिया, चीनी आदि सामग्री के साथ ही कोविड.-19 के संक्रमण से बचाव हेतु  डिटाँल साबुन को किट में शामिल करते हुए प्रथम चरण के तहत एक हज़ार फ़ूड किट तैयार करने की प्रकिया जारी है जिसे सम्बंधित जनपद के स्थानीय निकाय के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अप्रैल माह में लक्ष्य समूह को वितरित किया जाएगा।

इस पहल की खास बात यह है कि इन मास्क एवं फूड किट को तैयार करने में किसी भी प्रकार की परियोजना से वित्तीय सहायता न लेते हुए इस संबंधी खर्चे का वहन स्वयं ही हार्क कार्यकर्ताआं द्वारा अपने वेतन से जुटाई  गई धनराशि से किया गया है। हार्क के सचिव का मानना है कि हम सभीं का इस कार्य में आगे का मुख्य उद्देष्य समाज में नैतिकता, समाज के प्रति व्यक्तिगत जिम्मेदारी का बोध एवं सहभागिता की मूल भावना को संगठन के कार्यों में बनाए रखना है ।

इसके अलावा ऐसे एकल परिवार जिनके यहां कोई भी कमाने वाला सदस्य नही है, उन्हें इस विपरीत परिस्थिति में दैनिक खाद्य की अत्यंत आवश्यकता को मध्यनजर रखते हुए ऐसे एकल परिवारों को जनपद चमोली के कर्णप्रयाग ब्लाँक तथा जनपद उत्तरकाषी के नौगांव वाटर शेड़ के तहत चिन्हित कर इन्हे भी खाद्य पैकटे जिसमें तेल, चावल, चीनी, मसाले आदि सहायतित सामग्री को संस्था के सचिव महेन्द्र सिंह कुंवर द्वारा स्वयं अपने स्तर से सहयोग पहुंचाने की भी पहल की गई है।

हार्क की इस पहल को देखते हुए उनके द्वारा प्रोत्साहित सहकारिता ”हार्क अलंकनंदा कृषि बहुउद्देशीय स्वायत्त सहकारिता जो कि जनपद चमोली के कर्णप्रयाग ब्लाँक में कार्यरत संगठन है, ने भी इस प्रकार की मुहिम में अपने योगदान देते हुए सहकारिता से जुड़े 210 सदस्यों को फूड किट वितरण करने का निर्णय लिया है।

कोरोना से बड़े इस संकट में स्थानीय किसान खासा प्रभावित हो सकता है इस बात को देखते हुए उत्तराखण्ड के पहाड़ी जनपदों मे परियोजना क्षेत्र से जुड़े उत्पादकों को हार्क विभिन्न फसलों जिसमें सेब, टमाटर, मटर, अदरक, आलू इत्यादि पर ससमय कृषि कार्य संबंधी एडवायजरी के साथ -साथ केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय समय पर कोराना-19 से बचाव सबंधी जनहित में जारी जागरूकता संबंधी जानकारियों के प्रसार के अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा लांच किए गए आरोग्य सेतु एप की उपयोगिता एवं अधिक से अधिक लक्ष्य समूहों द्वारा इसे डाऊनलोड़ करने के आग्रह के साथ ही फार्म टेली एड़वायजरी सेवा संबंधी सूचना को लक्ष्य समूहों तक मोबाइल संचार के माध्यम से भेजा जा रहा है। इस प्रकार संगठन द्वारा उत्तराखण्ड पहाडी क्षेत्रों के 9 जनपदों, 9 विकासखण्डों, 147 गाॅव में अब तक लगभग 1480 से भी अधिक उत्पादकों तक इन सूचनाओं को जनहित में  प्रसार करते हुए सूचना प्रसार की इस प्रक्रिया  को सतत् रूप से जारी रखने का संकल्प लिया गया है। इस प्रकार मुष्किल की इस घडी में सच्चे राश्ट्र सहयोगी के रूप कोरोना वैष्विक महामारी के संकट से बचाव के लिए हार्क  सरकार के साथ सहयोगी बनकर आम जन समुदाय हेतु यथा सम्भव सहयोग करने हेतु प्रतिबद्ध है।

devbhoomimedia

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