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उपवास के बजाए पश्चाताप करें हरीश रावत : भाजपा
कोविड की गाइड लाइन के तहत राज्य के महत्वपूर्ण ऑफिस और प्रतिष्ठानों में सोशल डिस्टेन्स के तहत किया जा रहा है कार्य
हरदा की चेतावनी : यदि इस हफ्ते के अंत तक सचिवालय में प्रवेश पर प्रतिबंध नहीं हटाया गया तो किया जाएगा उपवास
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
हरदा ने आखिर क्यों किया एक बार फिर उपवास रखने की घोषणा
सचिवालय में आम लोगों की प्रवेश पर रोक के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विरोध स्वरूप उपवास करने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से माल्टा-नीबूं पर समर्थन मूल्य के साथ कुछ बोनस भी तय करने की सलाह दी है।
हरीश रावत ने कहा कि सरकार ने सचिवालय में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई हुई है। अब जब कोरोना काल के दिनों में सभी क्षेत्रों को खोल दिया गया तो फिर भला सचिवालय में ऐसा क्या खतरा है ? उन्होंने कहा आम आदमी अपने काम के लिए सचिवालय आता है, यहां प्रवेश ही बंद हैं। रावत ने चेतावनी दी कि यदि इस हफ्ते के अंत तक सचिवालय में प्रवेश पर प्रतिबंध न हटाया गया तो उसके खिलाफ उपवास किया जाएगा।
रावत ने कहा कि माल्टा-नींबू को खरीद केंद्रों पर ही सात और चार रुपये प्रति किलो खरीदा जा रहा है। खरीद केंद्र पर आते आते तो ढुलाई ही ज्यादा पड़ जाती है। रावत ने सरकार से मांग की कि वो ढुलाई का खर्च खुद उठाए और नींबू-माल्टे पर बोनस की घोषणा भी करे। इसी से पहाड़ के फलों को बचाया और बढ़ाया जा सकता है।