पहाड़ में डॉक्टरों की कमी दूर करने को सरकार प्रतिबद्ध : त्रिवेन्द्र
इसके अलावा थल सेना अध्यक्ष विपिन रावत से बात हो चुकी है कि सेना के सेवानिवृत्त विशेषज्ञ चिकित्सक पर्वतीय जिलों में तैनात किए जाएंगे। ताकि पहाड़ में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर हो सके।
उन्होंने कहा कि जिसे पहाड़ में सेवा देनी है, वह डॉक्टर अपना धर्म निभाए। अन्यथा सरकार अपने हिसाब से काम करेगी। वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ एवं उत्तरायण फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ ओपी यादव का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा वह दिल्ली से आकर पहाड़ में स्वास्थ्य सेवा को विस्तार दे सकते हैं तो उत्तराखंड के डॉक्टर क्यों नहीं।
इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, उच्च शिक्षा मंत्री व प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत, राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा, स्थानीय विधायर रघुनाथ सिंह चौहाने भी मौजूद रहे।