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गेहूं-चावल पर पूर्व सीएम हरीश रावत करेंगे सांकेतिक उपवास

देहरादून। सरकारी राशन की दुकानों के गेहूं और चावल की कीमत बढ़ाने के फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एक मई को गांधी पार्क में सरकार के इस फैसले के खिलाफ सांकेतिक उपवास करेंगे। बकौल रावत, सरकार का यह फैसला गरीब विरोधी है। कांग्रेस सरकार आम व्यक्ति को सुविधा देने के लिए सभी बोझ उठाते हुए भी रियायती मूल्य का गेहूं-चावल उपलब्ध कराती रही थी।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि केंद्र और राज्य में भाजपा की डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद ऐसा क्या हो गया जो सरकार ने गरीब आदमी पर ही मार कर दी ? कांग्रेस इसका विरेाध करेगी। मैं खुद एक मई को सुबह 10 बजे से गांधी पार्क में बापू प्रतिमा के समक्ष दो घंटे का सांकेतिक उपवास करूंगा। मालूम हो कि बीते रोज त्रिवेंद्र कैबिनेट ने एपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए रियायती मूल्य पर अनाज देने की योजना को जारी रखने का निर्णय किया है। पर, साथ ही गेहूं का मूल्य पांच रुपये से बढ़ाकर 8.60 रुपये प्रतिकिलो कर दिया है। चावल का मूल्य प्रतिकिलो नौ रुपये से बढाक़र 15 रुपये किया गया है।

रावत ने भी बढ़ाए थे दो रुपये
सस्ते अनाज को महंगा करने का यह पहला मामला नहीं है। कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2015 में गुपचुप ढंग से चावल का दाम दो रुपये बढ़ा दिया था। सितंबर 2015 में तत्कालीन रावत सरकार ने एपीएल कार्ड धारकों को सात रुपये किलो के हिसाब से दिए जा रहे चावल को नौ रुपये किलो कर दिया था। तब भाजपा ने इस फैसले का विरोध करते हुए आकाश-पाताल एक कर दिया था।

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