पांच किमी लंबा रोप-वे 2020 तक बनेगा दून से मसूरी के बीच

देहरादून : देहरादून – मसूरी मार्ग पर पर्यटन सीजन के दौरान लगने वाले जाम से आगामी वर्षों में पर्यटकों को जाम से छुटकारा मिल सकता है बशर्ते राज्य सरकार के पर्यटन विभाग की योजना को यदि जल्दी पंख लगे तो। सूबे का पर्यटन विभाग आजकल पर्यटकों की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग रोप-वे निर्माण की तैयारी में जुट गया है। विभाग ने राजपुर के पास स्थित पुरकुल गांव से मसूरी लाइब्रेरी चौक तक करीब पांच किमी लंबे रोप-वे की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए जमीन का चिह्नीकरण किया जा रहा है। विभाग ने दो साल के भीतर रोप-वे शुरू करने का लक्ष्य रखा है।
हालाँकि विभागीय सूत्रों ने बताया है कि विभाग देहरादून से मसूरी के अलावा गोविन्द घाट से हेमकुंड साहब , गौरी कुंड से (लिंचौली)केदारनाथ, और जानकी चट्टी से यमुनोत्री तक यात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए रोपवे बनाये जाने की दिशा में कार्य कर रहा है। वहीँ पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार उन्होंने राजपुर स्थित पुरकुल गांव से मसूरी लाइब्रेरी चौक तक करीब पांच किमी लंबे रोप-वे की इस योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए इन दिनों पर्यटन विभाग डीपीआर बनाने के अलावा रोप-वे के टावर और पंजीकरण काउंटर के लिए जमीन का चिह्नीकरण में जुट गया है। पर्यटन विभाग ने इस काम की जिम्मेदारी यूआइपीसी (उत्तराखंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट कंपनी) को दिया है।
कंपनी ने प्राथमिक सर्वे पूरा करने के बाद डीपीआर पर काम शुरू कर दिया है। रोप-वे बनने से मसूरी और देहरादून आने-जाने वाले पर्यटकों को जाम का सामना नहीं करना होगा। वाहनों के कम उपयोग होने से पर्यावरण के लिहाज से भी रोप-वे योजना कारगर साबित होगी। पर्यटन विभाग के सूत्रों का कहना है कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने इस योजना को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है। सब कुछ ठीक रहा तो 2020 तक यह योजना पूरी हो जाएगी।