NATIONAL

केरल में पटाखे भरे फल खिलाने से हथिनी को मौत पर मेनका गांधी ने कहा, यह हत्या है

केरल के मल्लापुरम जिला में पानी की तलाश में शहर में निकली एक गर्भवती हथिनी को कुछ लोगों ने अनानास में पटाखे भरकर खिला दिए

वन्य जीव के प्रति बर्बरतापूर्ण घटना से देशभर में वन्य जीव प्रेमियों में गुस्सा

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
नई दिल्ली। केरल के मल्लापुरम जिला में पानी की तलाश में शहर में निकली एक गर्भवती हथिनी को कुछ लोगों ने अनानास में पटाखे भरकर खिला दिए। इससे हथिनी के मुंह में धमाका हो गया और बाद में उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना से पूरे देश में वन्यजीव प्रेमियों में गुस्सा है। भाजपा सांसद और एनीमल राइट्स एक्टीविस्ट मेनका गांधी ने इस घटना पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह हत्या है।

उन्होंने कहा कि मल्लापुरम इस तरह की घटनाओं के लिए कुख्यात है। यह देश का सबसे हिंसक राज्य है। उदाहरण के लिए यहां पर लोग सड़कों पर जहर फेंक देते हैं, जिससे 300-400 पक्षी और कुत्ते एक साथ मर जाएं। 
मल्लापुरम जिले में कुछ दिन पहले एक गर्भवती हथिनी खाने की तलाश में शहर की ओर आ गई थी। हथिनी को जिसने जो खिलाया, उसने खा लिया।  कुछ लोगों ने फलों में पटाखे छिपाकर उसे खिला दिए, जिससे उसके मुंह में धमाका हो गया। बाद में उसकी मौत हो गई थी। 

इस घटना को लेकर वन अधिकारी मोहन कृष्णन ने फेसबुक पर पूरी घटना को साझा किया है। उन्होंने लिखा, ‘उसने सभी पर विश्वास किया। जब उसने अनानास खाया तो उसे नहीं पता था कि इसमें पटाखे हैं। उसका मुंह और जीभ बहुत ही बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। भयंकर दर्द में भी उसने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया।’

उन्होंने आगे लिखा, ‘आखिरकार वो वेलियार नदी में खड़ी हो गई। वन विभाग ने उसे बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन उसने ऐसा नहीं करने दिया। उसे सम्मानजनक विदाई देने के लिए हमने एक ट्रक मंगवाया और उसी जंगल में अंतिम विदाई दी, जहां उसका बचपन बीता और वो बड़ी हुई।’ 

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »