Uttarakhand
भूकंप की गोद में उत्तराखंड

- उत्तराखंड में आ सकता है कभी भी बड़ा भूकंप
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : देवभूमि उत्तराखंड में रविवार के दिन सीमांत ज़िले पिथोरागढ़ एवं बागेश्वर में दोपहर के बाद भूकंप के झटके महसूस किये गये। भूकंप आते ही लोग घरों से बाहर दोड़े या फिर सुरक्षित स्थान ढूंडने लगे। वहीं पिथोरागढ के धारचूला में 8 मिनट के बाद भूकंप का एक और झटका लोगों ने महसूस किया। जहां भूकंप का केंद्र भारत नेपाल सीमा रहा वहीं तीव्रता रिएक्टर स्केल पांच मैग्निट्यूट मापी गई, फिलहाल भूकंप से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
देवभूमि उत्तराखंड में भूकंप के झटको ने एक बार फिर देवभूमि के लोगों को आगाह कर दिया। उत्तराखंड की कई जगहें भूकंप के लिहाज़ से बेहद संवेदनशील हैं, ऐसे में भूकंप के झटकों के बाद लोगों के दिलों में दहशत का माहोल है। ठंड के मौसम में जहां लोग गुनगुनी धूप का आनंद उठा रहे थे वहीं दोपहर में भूकंप के झटकों से अचानक धरती हिलने लगी।
वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिक का कहना है की भूगर्भ में तनाव की स्थिति लगातर बनी हुई है और ऐसे में कभी भी बड़ा भूकंप देवभूमि उत्तराखंड़ में आ सकता है, वैज्ञानिक ने बताय़ा की पूरे भूभाग में भूकंपीय उर्जा संचित हो रही है लेकिन उर्जा बाहर नहीं आ पा रही है ऐसे में पता चला है की पूरा भूभाग 18 किमी की दर से सिकुड़ भी रहा है।
देवभूमि उत्तऱाखंड के इतिहास में हिमालयन फ्रंटल थ्रस्ट में वर्ष 1334 व 1505 में बहुत शक्तिशाली भूकंप आया था, वहीं रविवार को पिथोरागढ़ और बागेश्वर का भूकंप सेंट्रल थ्रस्ट में आया है ऐसे में ये कहना ग़लत नहीं होगा की भूगर्भ में तनाव बढ़ रहा है और देवभूमि में कभी भी बड़ा भूकंप लोगों के लिए मुसीबत बन सकता है।