उत्तरकाशी पुलिस ने बडी मात्रा में अवैध स्मैक के साथ किया दो अभियुक्तों को गिरफ्तार
नशे से युवा पीढ़ी को मुक्त कराए जाने हेतु आम जनमानस का सहयोग बहुत जरूरी : एसपी मणिकांत मिश्रा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
उत्तरकाशी: नशे के लिए पैसे और पैसे से नशा बेचने वालों पर उत्तरकाशी पुलिस तब भारी पड़ी जब दो नशे के सौदागर पुलिस ने होली के त्यौहार का फायदा उठाते हुए स्मैक तस्करी से लेकर पहाड़ के युवाओं को एक ऐसे नशे की काली सुरंग में धकेलने की कोशिश में थे लेकिन तभी एसपी मणिकांत को खबर लग गई और उनकी पुलिस टीम ने दोनों स्मैक के तस्करों को धर दबोच डाला जिनसे 33 ग्राम स्मैक की खेप बरामद हुई है।
गौरतलब हो कि प्रदेश पुलिस के मुखिया अशोक कुमार के निर्देश के बाद बीते चार महीनों से उत्तराखंड पुलिस नशे के कारोबार करने वालों को चिन्हित करने पर जुटी हुई है। निर्देश के चलते उत्तरकाशी के तेज़तर्रार पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने होली के त्यौहार को देखते हुए अपने सूचना तंत्र को मज़बूत करते हुए और अवैध नशीले पदार्थों का कारोबार कर युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वालों पर अपने अधीनस्थ अधिकारियों को सतर्कता बरतते हुए कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए। इतना ही नहीं उन्होंने इसके लिए उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में विशेष खोजी अभियान भी चलाया।
पुलिस की सतर्कता और सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर होली के दिन देर रात पुलिस को मनेरा पुल के पास चेकिंग के दौरान जब एक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा बताया गया कि दो व्यक्ति आगे की तरफ जा रहे हैं और उनके पास स्मैक है। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तुरन्त ही आगे जा कर उनको तलाशा गया तो मनेरा गधेरे के पास दो लड़के बैठे हुये मिले। जो पुलिस को पास आता देख भागने की कोशिश करने लगे लेकिन पुलिस टीम जिसका नेतृत्व थानाध्यक्ष थाना कोतवाली उत्तरकाशी विनोद थपलियाल कर रहे थे, ने दोनों लड़कों की जब तलाशी ली तो उनके पास से 33 ग्राम अवैध स्मैक बरामद की गई। दोनो व्यक्तियों के विरुद्ध थाना कोतवाली में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। वहीं एसपी मणिकांत मिश्रा ने पुलिस टीम को दो हजार का नकद इनाम दिया।
अब पुलिस दोनों अभियुक्तों से गहनता से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उत्तरकाशी में उनके द्वारा इस स्मैक को किन-किन लोगों को बेचा जाना था। पुलिस को यह भी पता चला है कि अभियुक्त शिवम गर्ग विगत कई समय से लगातार स्मैक की तस्करी में संलिप्त था, जो नशे का आदि भी हो चुका है और अब अपने शौक पूरा करने के लिए यह अवैध स्मैक का कारोबार करके स्थानीय युवाओं को स्मैक बेचकर नशे की काली सुरंग में धकेलने का काम कर रहा था। दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी से स्थानीय व्यक्तियों ने भी पुलिस की इस कोशिश पर पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की पीठ थपथपाई है।
वहीं पर्वतीय जिले उत्तरकाशी जैसे पवित्र स्थान पर नशे का कारोबार कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को जिले के पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने जनता और जनप्रतिनिधयों से अपेक्षा की है कि नशे से युवा पीढ़ी को मुक्त कराए जाने हेतु आम जनमानस का सहयोग बहुत जरूरी है। इसके लिए उन्हें आगे आना होगा तभी पुलिस भी समाज से नशे के कारोबारियों को चिन्हित कर सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है।