देहरादून-हल्द्वानी-काठगोदाम-देहरादून के बीच जल्द ही चलेगी जनशताब्दी!
- राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी की रेल की मांग हुई पूरी !
DEHRADUN : राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की पहल पर उत्तराखंड के दोनों मंडलों के यात्रियों की मांग जल्द ही पूरी होने वाली है । रेलवे प्रशासन ने देहरादून से काठगोदाम रेलवे स्टेशन और काठगोदाम से देहरादून तक जनशताब्दी ट्रेन चलाने के लिए रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है। पिछले दिनों सांसद अनिल बलूनी ने भारत के मौजूदा रेल मंत्री का नाम पीयूष गोयल से मुलाकात करने के बाद राज्य के दोनों मंडलों के लोगों को सुविधा के लिहाज़ से इस ट्रेन की मांग की थी।
उल्लेखनीय है इस ट्रेन के संचालन से दोनों मंडलों के लोग देहरादून से काम निबटाने के बाद हल्द्वानी और हल्द्वानी के लोग देहरादून से काम निबटाने के बाद रात तक अपने घर पहुँच सकते हैं साथ ही पिथौड़ागढ़ और मुनस्यारी तक के लोगों के लिए यह रेल सेवा किसी वरदान से काम नहीं होगी क्योंकि अभी यहाँ के लोगों देहरादून और पिथौड़ागढ़ तक पहुँचने में चार -पांच दिन का समय केवल यात्रा में ही बर्बाद करना पड़ता रहा है।
रेलवे बोर्ड सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेल मंत्रालय ने इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक के बाद ट्रेन का संचालन करने के लिए योजना को अमलीजामा पहना दिया है। इसके बाद कुछ ही समय में मुहूर्त निकालकर मंत्रालय इस ट्रेन को कभी भी शुरू कर सकता है।हालाँकि अब इनकी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है।
गौरतलब हो कि वर्तमान में काठगोदाम और अस्थायी राजधानी देहरादून के बीच एकमात्र ट्रेन काठगोदाम-देहरादून एक्सप्रेस चलती है। यह ट्रेन शाम 7.45 बजे चलकर सुबह 4.20 बजे दून स्टेशन पर यात्रियों को पहुंचती रही है। रेलवे सूत्रों के अनुसार अब सुबह के समय देहरादून और काठगोदाम के बीच एक जनशताब्दी जैसी एक और ट्रेन चलाने की तैयारी रेलवे ने कर ली है। यह ट्रेन सुबह काठगोदाम-हल्द्वानी से चलकर दोपहर में देहरादून पहुंचेगी और देहरादून से शाम को सवारियां लेकर रात को हल्द्वानी- काठगोदाम पहुंचेगी। इसके लिए विभाग अब काठगोदाम-हल्द्वानी से देहरादून के बीच चलने वाली अन्य रेलों के समय और स्टेशन की जानकारी पर होम वर्क कर रहा है।
गौरतलब हो कि देहरादून-काठगोदाम -हल्द्वानी -देहरादून के बीच सुबह के समयजनशताब्दी जैसी कोई ट्रेन चलाने की मांग दोनों मंडल के लोग काफी लंबे समय से कर रहे हैं। दोनों मंडलों के लोगों का मानना है यदि यह ट्रेन चली तो पूरे कुमाऊं और गढ़वाल मंडलों के लिए यह बड़ा तोहफा होगा।