मानव-वन्यजीव संघर्ष में हुर्इ मौत पर अब मिलेगा पांच लाख का मुआवजा

देहरादून : उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष से जूझ रहे और हमलों में मृत्यु और घायल होने के मामलों में पीड़ितों को अब मुआवजा राशि दोगुना मिलेगी। सूबे के वन एवं पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि वन्यजीवों के हमलों में मुआवजा राशि में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव का मसौदा तैयार कर लिया गया है। इसमें मृत्यु पर पांच लाख और अन्य मामलों में भी बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव है। जल्द ही यह मसला कैबिनेट में लाया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद मुआवजा दरों में बढ़ोत्तरी कर दी जाएगी। 2016 से चल रही इस कवायद को मौजूदा राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। मुआवजा राशि में बढ़ोत्तरी का मसौदा तैयार कर लिया गया है, जिसे वन विभाग ने शासन को भेजा है। इसमें मृत्यु पर पांच लाख, पूर्ण अपंगता पर चार लाख, आंशिक अपंग होने पर दो लाख का मुआवजा प्रस्तावित किया गया है।
गौरतलब हो कि राज्य में मानव वन्यजीव संघर्ष किस कदर चिंताजनक स्थिति में पहुंच चुका है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि पिछले 17 सालों में 600 से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी है। यही नहीं, करीब 1700 लोग घायल भी हुए हैं। हालांकि, मृत्यु, घायल, अपंग होने की दशा में राज्य सरकार की ओर से पीड़ितों को मुआवजा राशि दी जाती है। लेकिन इसमें बढ़ोत्तरी की मांग लंबे समय से लगातार उठ रही है।
पिछले वर्ष नवंबर 2016 में हुई तत्कालीन स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड की बैठक में भी इस पर चिंता जताते हुए वन्यजीवों के हमलों में मुआवजा राशि दोगुना करने पर मुहर लगाई गई थी, लेकिन इसके बाद सियासी झंझावातों के चलते तत्कालीन राज्य सरकार आगे नहीं बढ़ पाई। नतीजतन, मसला ठंडे बस्ते में चला गया। अब मौजूदा राज्य सरकार इस दिशा में गंभीर हुई है और उसने मुआवजा राशि में बढ़ोत्तरी करने का मसौदा तैयार करके शासन को भेज दिया है।