उत्तराखण्ड क्रिकेट व क्रिकेटरों के हित में एक मंच पर आए क्रिकेट एसोसिएशनें : दिव्य नौटियाल

- -बीसीसीआई के प्रशासनिक कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की स्टेटस रिपोर्ट
- -23 फरवरी को होगी मामले की अगली सुनवाई
नई दिल्ली/देहरादून । उत्तराखण्ड क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव दिव्य नौटियाल ने बताया कि, उत्तराखण्ड क्रिकेट को बीसीसीआई से मान्यता न मिलने के मामले मे सुप्रीम कोर्ट ने मामले के अगली तारीख 23 फरवरी नियत की है। बीसीसीआई की प्रशासनिक समिति ने इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की है। 143 पेज की रिपोर्ट में प्रशासनिक कमेटी ने कई सुझाव दिये हैं। गौरतलब है कि उत्तराखण्ड क्रिकेट की मान्यता का मामला पिछले सत्रह वर्षों से लंबित है। उत्तराखण्ड क्रिकेट व खिलाड़ियों के हित के मद्देनजर उत्तराखण्ड क्रिकेट एसोसिएशन ने बीसीसीआई से मान्यता के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
उत्तराखण्ड क्रिकेट एसोसिएशन (यूसीए) के सचिव दिव्य नौटियाल ने बताया कि, उत्तराखण्ड क्रिकेट को बीसीसीआई से मान्यता दिलाने के लिए यूसीए ने नवंबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट से अपील (आई0ए0 124996 आॅफ 2017) की थी। सुप्रीम कोर्ट ने मामला बीसीसीआई की प्रशासनिक कमेटी के सुपुर्द कर दिया था। आज 29 जनवरी को मामले की सुनवाई के दौरान बीसीसीआई की प्रशासनिक कमेटी ने माननीय सुप्रीम कोर्ट अपनी रिपोर्ट मेंमामले की अगली तारीख 23 फरवरी नियत की है। श्री नौटियाल ने बताया कि, प्रशासनिक कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें उत्तराखण्ड क्रिकेट की मान्यता के संबंध में कई सुझाव दिए गए हैं। जिनमें सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृ्त्त छह जजों में से किसी एक की नियुक्ति लोकपाल (Ombudsman) के रूप में करने, उत्तराखण्ड क्रिकेट की मान्यता विवाद को जस्टिस लोढा कमेटी की सिफारिशों के अन्तर्गत सुलझाने और क्रिकेट प्लेयर्स एसोसिएशन के गठन का सुझाव दिया है। श्री नौटियाल ने बताया कि, 21 जुलाई 2016 को बीसीसीआई की एफिलेशन कमेटी ने देहरादून में राज्य में सक्रिय क्रिकेट एसोसिएशन से मिलकर उनके दावों का जांचा परखा था। प्रशासनिक कमेटी ने एफिलेशन कमेटी की उस रिपोर्ट को चार एसोसिएशनों का बीती 6 जनवरी 2018 को भेजा है। जिससे स्थिति काफी हद तक साफ हो गयी है। दिव्य नौटियाल ने बताया कि, उत्तराखण्ड क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से राज्य में कार्यरत अन्य क्रिकेट एसोसिएशनों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया गया था, जो सफल नहीं हो पाया। सुप्रीम कोर्ट के ताजा आदेश के मद्देनजर हमारी एसोसिएशन पुनरू अन्य क्रिकेट एसोसिएशनों का एक मंच पर लाने का प्रयास करेगी।
दिव्य नौटियाल ने प्रदेश में कार्यरत क्रिकेट एसोसिएशनों को सुप्रीम कोर्ट में अगली तारीख से पहले एक मंच पर आने का आहवान किया है। जिससे प्रशासनिक कमेटी को इस बारे में सुप्रीम कोर्ट की तारीख से पहले सूचित किया जा सके।