शिवरात्रि के पर्व पर सजा शीतकालीन मंदिर ऊखीमठ
रुद्रप्रयाग । केदारनाथ यात्रा से जुड़े विभागों के प्रस्ताव के अनुसार प्रशासन को धनराशि उपलब्ध होती है तो इस वर्ष केदारनाथ यात्रा हाईटेक होगी। विभागों ने साढ़े आठ करोड़ के प्रस्ताव सौंपे हैं। जिनकों अब शासन में भेजा जायेगा। वहीं इस बार केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि होने के आसार हैं। श्री बद्री-केदार मंदिर समिति के साथ ही होटल-लाॅज व्यवसायियों को एडवांस बुकिंग मिलना शुरू हो गया है।
पिछले वर्ष तीन लाख से भी अधिक तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किये थे। इस वर्ष उम्मीद है कि यात्रियों की संख्या का आकंड़ा इस से भी पार होगा। मई-जून में यात्रा अपने शिखर पर रहती है। इन्हीं दो माह में सबसे अधिक यात्री आते हैं। प्रशासन का दावा है कि इस वर्ष केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होने दी जाएंगी। पिछले वर्ष की तुलना में यात्रियों को इस वर्ष ओर बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
आगामी अप्रैल-मई माह से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर श्री बद्री-केदार मंदिर समिति को पूजा की तो होटल-लाॅज व्यवसायियों को रहने-खाने के लिये यात्रियों की ओर से एडवांस बुकिंग मिलना शुरू हो गई हैं। केदारनाथ की बात करें तो आपदा के बाद से केदारनाथ की स्थिति बदल चुकी है। 14 किमी की जगह 20 किमी का पैदल रास्ता हो गया है। साथ ही कभी-कभार केदारनाथ में यात्रियों को रहने में दिक्कतें आ जाती हैं। ऐसी स्थिति में प्रशासन की और से एक दिन में लगभग आठ हजार यात्रियों को ही केदारनाथ भेजा जाता है।
आज शिवरात्रि के महापर्व पर बाबा केदार के कपाट खुलने की तिथि व समय घोषित किया जायेगा। बाबा केदार के शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग कपाट खुलने की तिथि को घोषित करेंगे। शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर को सजा दिया गया है। आज प्रात: दस बजे कपाट खुलने की तिथि घोषित होगी। जिसकी सभी तैयारियां भी पूर्ण हो चुकी हैं। इधर, जिलाधिकारी रंजना वर्मा की मानें तो केदारनाथ यात्रा पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ओर भी अच्छे तरीके से संचालित होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी के सहयोग से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के पूर्ण प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में रहने, खाने, पैदल मार्ग की सफाई, बिजली, पानी आदि की व्यवस्था अभी से करने के निर्देश दिये गये हैं।