DEHRADUN

कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर में आईआईपी में प्रशिक्षित युवा-योद्धा करेंगे सहयोग

देहरादून। सीएसआईआर भारतीय पेट्रोलियम संस्थान देहरादून में उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) के सहयोग से आयोजित 8 सितम्बर से 04 अक्तूबर तक आयोजित कोविड-19 आण्विक निदान प्रशिक्षण 4 अक्तूबर को संपन्न हुआ। इस समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. धन सिंह रावत, माननीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा तथा उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड सरकार थे। डॉ. तृप्ति बहुगुणा, महानिदेशक, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, उत्तराखंड सरकार इस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थिति थी। समारोह के प्रारंभ में माननीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. अंजन रे ने कोविड-19 महामारी के विरुद्ध संस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी तथा कोविड-19 निदान प्रशिक्षण के इस प्रथम प्रशिक्षण के बारे में भी बताया।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण में आए प्रतिभागियों को आरटीपीसीआर तथा सीएसआईआर की फेलुदा क्रिस्पर परीक्षण विधि से कोविड -19 की आण्विक जांच का पूर्ण प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने उत्तराखंड राज्य सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग का उनके सतत सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉ धन सिंह रावत माननीय स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड सरकार ने प्रशिक्षित युवाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी तथा आवश्यकता पड़ने पर उन्हें राज्य में अपनी सेवाएं देने के लिए तत्पर रहने के लिए कहा. उन्होंने आईआईपी द्वारा अत्यधिक अल्प समय में स्थापित करोना परीक्षण प्रयोगशाला तथा आईआईपी की ऑक्सीजन निर्माण संयंत्र प्रौद्योगिकी एवं अन्य प्रयासों की सराहना करते हुए यह आशा व्यक्त की कि संस्थान भविष्य में भी इसी प्रकार उत्तराखंड वासियों के लिए अपनी सेवाएं देता रहेगा तथा राज्य सरकार का सहयोग करता रहेगा. इस अवसर पर इस प्रशिक्षण में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण-पत्र भी वितरित किए गए. उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण सत्र में उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों जैसे अल्मोड़ा, पौड़ी, नैनीताल, चमोली, उधम सिंह नगर, हरिद्वार, टिहरी जनपद के साथ-साथ देहरादून से भी कुल 50 युवा – प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा प्रदेश में आवश्यकता पड़ने पर परीक्षण सहयोगार्थ अपनी सेवाएं देने का वचन दिया. इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉ सुनील कुमार सुमन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ यह समारोह संपन्न हुआ. डॉ अपर्णा शर्मा, प्रतिनिधि यूकॉस्ट ने अपने वक्तव्य में भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के इस अनूठे प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि देश में यह अपने प्रकार का पहला प्रशिक्षण है और हमें प्रसन्नता है कि यह यूकॉस्ट तथा आईआईपी का साझा उद्यम है। डॉ. तृप्ति बहुगुणा, महानिदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण निदेशालय, उत्तराखंड ने इस अवसर पर कोरोना महामारी के विरुद्ध राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को आईआईपी द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना करते हुए कहा के उत्तराखंड में कोरोना परीक्षण के लिए स्थापित की जाने वाली दूसरी प्रयोगशाला आईआईपी में स्थापित हुई, जिससे हमारे राज्य की कोरोना परीक्षण क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई और परीक्षण रिपोर्ट भी 24 घंटे में प्राप्त हो जाने से स्वास्थ्य विभाग को प्रभावी कदम उठाने में बहुत सहयोग मिला। इस समापन समारोह का मंच संचालन सोमेश्वर पांडेय ने किया। डॉ कैलाश, डॉ घनश्याम ठक्कर, डॉ अजय गुप्ता, पूनम गुप्ता, डॉ मनोज श्रीवास्तव, डॉ अनिल जैन, डॉ ज्योति पोरवाल, अंजली तथा संस्थान के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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