विधानसभा सत्र में सरकार को कई मुद्दों पर घेरेगी कांग्रेस !
विधानसभा सत्र में कांग्रेस सरकार को मंहगाई पर घेरेगी
देहरादून । विधानसभा सत्र में राज्य खाद्य योजना के गेहूं और चावल के दाम में इजाफा और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को विपक्ष से जूझना पड़ेगा। गेहूं-चावल मूल्य वृद्धि को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस काम रोको प्रस्ताव लाने जा रही है।
शनिवार को कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा सत्र को लेकर रणनीति का खाका तैयार किया। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा ह्दयेश ने मीडिया के साथ पार्टी की रणनीति को साझा किया। उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री कहते हैं कि चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज में सफर करेगा। यहां भाजपा की ही सरकार ने आम आदमी को भूखे पेट रहने को मजबूर कर दिया है। राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत कांग्रेस अपने संसाधनों से पांच और रूपये किलो के हिसाब से गेहूं चावल दे रही थी। भाजपा सरकार ने इसे 8.60 और 15 रुपये कर दिया। कांग्रेस इसका कड़ा विरोध करेगी।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस के दावों का मखौल उडाते हुए इंदिरा ने कहा कि एक महीने के कार्यकाल में ही भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। यूएसनगर का एनएच मुआवजा घोटाले में सरकार सीबीआई जांच को खुद रुकवा रही है। यदि जांच हो जाए तो सरकार के ऊपर ही बड़ा विस्फोट हो सकता है। उन्होंने सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को राज्य के मैदानी जिलों की परवाह नहीं है। हाईवे से 500 मीटर तक शराब की बिक्री पर रोक से मैदानी जिलों के तमाम होटल, रेस्टोरेंट, बार में सैकड़ों कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैँ। सरकार का फोकस केवल पर्वतीय जिलों पर है। अब या तो सरकार राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करे अथवा पूरे राज्य के लिए ठोस नीति बनाए।
आरोप लगाया पर नाम बताने की हिम्मत न की इंदिरा ने
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा ह्दयेश ने यूएस नगर के एक भाजपा नेता पर प्रशासन की मदद से कारेाबारियों से अवैध वसूली करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। शनिवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि ये नेता पहले कांग्रेस में थे और यूएसनगर से एक बार पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़े चुके हैँ। कुछ समय पहले ही उन्होंने भाजपा ज्वाइन की है। पिछले दिनों इस नेता ने एक चावल मिल मालिक को धमकाते हुए पैसे की मांग की और कहा कि पैसा न दिया तो मिल पर छापा मरवा दिया जाएगा। बकौल इंदिरा, वास्तव में धमकी वाले दिन ही शाम को प्रशासन ने छापा भी मार दिया। इस नेता की धमकी की रिकार्डिंग की जा चुकी है। इसका पूरा ब्योरा मंगाया जा रहा है और विस अध्यक्ष को दिया जाएगा। सत्र के दौरान भी इस मामले को सदन में उठाया जाएगा। आरेापी नेता का नाम पूछने पर इंदिरा ने टाल दिया। इसी प्रकार यूएसनगर के हाईवे मुआवजा घपले में उन्होंने एक वरिष्ठ नेता पर आरोपों की झड़़ी लगा दी लेकिन जब मीडिया ने नाम पूछा तो चुप्पी साध ली।