लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को राजधानी लखनऊ में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी सम्मेलन में शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संविदाकर्मियों और ग्राम रोजगार सेवकों की तारीफ की. सीएम ने कहा कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आपका स्वागत है. आप सब ग्राम्य विकास को ऊंचाइयों पर पहुंचा रहे हैं, आप सबका अभिनंदन.
बीते डेढ़ वर्ष से अधिक का समय मानवता के लिए काफी कठिन रहा है. जीवन और आजीविका बचाने की जद्दोजहद का समय रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री ने संविदाकर्मियों और ग्राम रोजगार सेवकों को दिवाली उपहार भी दिया. उन्होंने नए मानदेय की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने ग्राम रोजगार सेवकों से कहा कि हमारी सरकार आपकी मेहनत का सम्मान करती है, आपकी चिंता करती है.
उन्होंने यूपी के 35,246 ग्राम रोजगार सेवकों के लिए 10000 रुपये प्रतिमाह मानदेय की घोषणा की. सीएम ने कहा कि 4122 तकनीकी सहायकों को अब 12656 की जगह 15656 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे, 556 कम्यूटर ऑपरेटरों को भी 15656 रुपए प्रतिमाह का मानदेय दिया जाएगा. लेखा सहायक को 15156, ऑपरेशन सहायक को 18320, हेल्पलाइन एक्जीक्यूटिव को 18320, ब्लॉक सोशल कोऑर्डिनेटर को 14100 रुपए प्रतिमाह मानदेय स्वरूप मिलेंगे. नया मानदेय अक्टूबर महीने से ही लागू होगा.
मनरेगा कर्मियों के लिए एक महीने में आएगी HR पॉलिसी
इसके अलावा मनरेगा कर्मियों के जॉब चार्ट में ग्राम्य विकास के अन्य कार्यों को भी जोड़ने की कार्रवाई होगी. रोजगार सेवकों के सेवा समाप्ति के पूर्व उपायुक्त मनरेगा की सहमति आवश्यक होगी, कोई जबरिया नहीं हटा पाएगा. उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की भांति मनरेगा कर्मियों के लिए भी HR पॉलिसी एक माह के अंदर लाई जाएगी, इसमें 24 दिन के आकस्मिक अवकाश और 12 दिन के चिकित्सा अवकाश की व्यवस्था होगी.