स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा की सौ वीं जयंती पर मुख्यमंत्री ने किया भावपूर्ण स्मरण

- बहुगुणा जी सदैव हमारे लिये प्रेरणास्रोत रहेंगे : सीएम
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हिमालय पुत्र स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा जी की सौ वीं जयंती के अवसर पर उनका भावपूर्ण स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
स्व. हेमवती नन्दन बहुगुणा की सौ वीं जयन्ती की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि बहुगुणा जी के व्यक्तित्व के कई आयाम थे। एक छात्र नेता से लेकर, स्वतंत्रता सेनानी और फिर देश की राजनीति में वे खास छाप छोड़कर गए। बहुगुणा जी पहाड़ों के हितैषी, किसानों के बेहद प्रिय और गरीबों के मसीहा के तौर पर जाने जाते हैं।
बहुगुणा जी पं. गोविंद बल्लभ पंत जी के बाद ऐसे दूसरे नेता थे, जिन्होंने पहाड़ की पगड़ंडियों से निकलकर राष्ट्रीय राजनीति में ख्याति प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि बहुगुणा जी की कर्मभूमि भले ही इलाहाबाद रही, लेकिन उनको अपनी जन्मभूमि की फिक्र हमेशा रही। पहाड़ों के प्रति वे सदैव संजीदा थे। बहुगुणा जी सदैव पहाड़ी राज्यों के पक्षधर रहे। यही वजह है कि यूपी के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने अलग पर्वतीय विकास मंत्रालय बनाकर विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले पहाड़ी क्षेत्रों के विकास को एक नई दिशा दी।
उन्होंने कहा कि जब वे केंद्र में संचार मंत्री बने तो उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में जगह-जगह डाकघर खुलवाये। केंद्र में पैट्रोलियम मंत्री रहते हुए पहाड़ी क्षेत्रों में गैस सिलेंडर पहुंचाये। राष्ट्रीय राजनीति में व्यस्त रहने के बावजूद समय समय पर वे पहाड़ का दौरा करते रहे। कुल मिलाकर बहुगुणा जी पहाड़ के सच्चे हितैषी थे। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हम सब उत्तराखंड में उन्हीं के पदचिन्हों पर चलने की कोशिश कर रहे हैं। बहुगुणा जी सदैव हमारे लिये प्रेरणास्रोत रहेंगे।