देहरादून/टिहरी । टिहरी जिले के मंदार क्षेत्र में और रानीखेत के सुदूर मलौना में बादल फटा है। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई है। वहीं, राजधानी देहरादून समेत कई कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। वहीं, चकराता में तेज आंधी तूफान से भारी भरकम पेड़ गिरने के कारण दो वाहन चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए।
टिहरी जिले में मंदार और क्विली गांव में आज बादल फटने से कई हेक्टेयर भूमि बह गई। देवप्रयाग ब्लॉक में ग्राम प्रधान क्विली राजेश्वर बडोनी ने बताया की करीब साढ़े तीन बजे पूरे क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि के बाद जबरदस्त आवाज के साथ बादल फटा। बादल क्विली गांव की जूनियर हाईस्कूल से थोड़ी दूरी पर फटने से यहां दहशत है। बढ़ी संख्या में चीड़ जामुन के पेड़ धराशायी हो गए, जबकि कई खेत भी बह गए। मंदार में भी मलबा आने से ग्रामीणों में दहसत फैल गई।
पौड़ी में बारिश और भारी ओलावृष्टि से कुछ समय के लिए आम जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। इतनी तेजी से ओले पड़े कि कुछ समय के लिए शहर ओले से पटा नजर आया। अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से अपर बाजार, माल रोड, एजेंसी में कुछ समय वाहनों के पहिए भी थमे रहे। इतना ही नहीं तेज बारिश के चलते माल रोड सहित कई स्थानों पर जल भराव की स्थिति भी बनी रही। शहर में पहली बार हुई इस तेज ओलावृष्टि से लोग कुछ समय तो अपने घरों में कैद हो गए। हालांकि आपदा कंट्रोल रुम के मुताबिक अभी भारी बारिश से कही नुकसान की कोई सूचना नहीं है। दो दिनों से सांय को बदल रहे मौसम और तेज बारिश से लोग डरे-सहमें हुए है।
देहरादून के चकराता में तेज आंधी तूफान से भारी भरकम पेड़ गिरने के कारण दो वाहन चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए। इनमें एक वाहन दिनेश चांदना छावनी बाजार चकराता की ऑल्टो कार और दूसरा वाहन पीडब्ल्यू चकराता की बोलेरो कार है। हादसा चुंगी बाजार चकराता के पास का है, जहां सड़क किनारे दोनों वाहन पार्किंग की गए थे। गनीमत रही की तूफान से जिस वक्त पेड़ गिरा आस-पास कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था।