क्षेत्रों से जब तक सेनाएं पीछे नहीं हटती हैं तब तक रह सकता है गतिरोध !
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : चीन अभी भी अपनी चालबाज़ियों से बाज़ नहीं आ रहा है, खबर है कि चीनी सेनाएं टकराव वाले स्थानों से तो पीछे हटी हैं, लेकिन बफर जोन के लिए जो दूरी तय की गई थी, उसका पालन चीनी सेना ने अभी तक नहीं किया है। जबकि पेंगोंग में भी फिंगर-5 से भी चीनी सेना अभी पीछे नहीं हटी है।
गौरतलब हो कि बीते दिनों हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में यह तय हुआ था कि गलवानी घाटी, गोगरा, हाट स्प्रिंग्स से दोनों देशों की सेनाओं को 1.5 किमी पीछे हटना है। इस प्रकार बीच में तीन किलोमीटर का एक बफर जोन बन जाता। 30 जून को सैन्य कमांडरों की बैठक में इस अस्थाई बफर जोन को बनाने की बात हुई थी ताकि मौजूदा टकराव को भविष्य के लिए टाला जा सके।
इसी बीच में मीडिया में आई खबरों में यह दावे किए गए कि चीनी सेना दो-तीन किमी पीछे हट गई है। लेकिन वास्तव में अभी तक सभी स्थानों पर ऐसा हआ नहीं। सरकारी सूत्रों ने कहा कि तीनों स्थानों से चीनी सेना पीछे हटी जरूरी है लेकिन सहमति के मुताबिक हाट स्प्रिंग्स एवं गोगरा में डेढ़ किमी भी पीछे नहीं हटी है वह केवल गलवान घाटी में ही पीछे हटी है।सेना के सूत्रों ने कहा कि टकराव वाले क्षेत्रों से जब तक सेनाएं पीछे नहीं हटती हैं तब तक गतिरोध कायम रह सकता है। इसमें पहल चीन को करनी है।