बच्चों की राज्य स्तर पर सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए बाल विधानसभा निभा रही बड़ी भूमिका – रेखा आर्या

बच्चों की राज्य स्तर पर सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए बाल विधानसभा निभा रही बड़ी भूमिका-रेखा आर्या
बाल विधानसभा का यह कालखंड होगा निर्णायक साबित,अपने अंदर छुपी प्रतिभा को निखारने का देता है मंच-रेखा आर्या
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने किया चतुर्थ बाल विधानसभा के कार्यक्रम में शिरकत,बाल विधायको को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
देहरादून : आज कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या देहरादून स्थित निजी होटल में “चतुर्थ बाल विधानसभा” के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मलित हुई।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।इस अवसर पर बाल विधानसभा के बाल मुख्यमंत्री, बाल विधानसभा अध्यक्ष सहित विभिन्न बाल सदस्यों द्वारा अपने-अपने अनुभवों को साझा किया गया।बाल मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें बाल विधानसभा के जरिये यह जानने व सीखने का अवसर मिला है कि किस प्रकार से हमारी सरकारें कार्य करती हैं और हम किस प्रकार से जनहित में कार्य करते हैं।
वहीं बाल विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उनके द्वारा समाज मे लिंग भेदभाव,नशा उन्मूलन ,सड़क सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में आमजनमानस को जागरूक करने हेतु कार्य किया गया है।ऐसे में उन्हें और उनके साथ सभी बाल सदस्यों को कई उपयोगी चीजें सीखने का सुनहरा अवसर मिला है।
इस दौरान कार्यक्रम में पहुंची मुख़्य अतिथि ने सभी बाल सदस्यों को प्रशस्ति पत्र वितरित किए।कहा कि बच्चों की राज्य स्तर पर सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए प्लान इण्डिया एवं उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा वर्ष 2014 में उत्तराखण्ड बाल विधानसभा को प्रारम्भ किया गया था। जिसमें सभी 13 जनपदों से 70 बच्चों को जनपदवार विधायकों की संख्या के अनुरूप बाल विधायक के रूप में जुड़ने का अवसर प्रदान किया जाता है। अभी वर्तमान समय तक कुल 4 बाल विधानसभाओं का गठन किया जा चुका है।
कहा कि इस मंच के माध्यम से सभी बाल विधायक अपने-अपने क्षेत्रों के बच्चों से जुड़ी समस्याओं की पहचान करते हैं एवं सन्दर्भित विभागों से उन मुद्दों के समाधान हेतु पैरवी करते है।ऐसे मंच जहां उन्हें जनता द्वारा चुनी गई सरकार के कार्य करने की शैली को देखने व सीखने का मौका देता है तो वहीं बाल विधानसभा के माध्यम से उनमें नेतृत्व करने की क्षमता भी विकसित होती है।कहा कि इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से बच्चे राजनीति और अपने अधिकारों की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। इससे छिपी प्रतिभाग को निखरने का अवसर मिलता है।
कैबिनेट मंत्री ने सभी बाल विधायकों को अपने अपने क्षेत्रों में और अधिक निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करने की बात कही।कहा कि बाल विधानसभा आपको सभी को एक ऐसा मंच प्रदान करता है जिसके जरिये आप समाज मे अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं।साथ ही आप सभी समाज मे एक लीडर के रूप में उभर कर सामने आएं हैं ऐसे में आगे आप मे से जो भी जिस भी क्षेत्र में जाएं वहां पर पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ काम करें।
इस अवसर पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना,प्रोग्राम डायरेक्टर प्लान इंडिया कुमकुम कुमार ,आयोग के सदस्य विनोद कपरवान ,अनुसचिव एसके सिंह ,बाल मुख्यमंत्री रोहित परिहार ,बाल उपमुख्यमंत्री दीक्षा खर्कवाल ,बाल विधानसभा अध्यक्ष श्याम पाठक ,बाल गृह मंत्री श्रेष्ठ पुरी ,बाल शिक्षा/खेल मंत्री रोहित चिलकोटिया ,बाल नेता प्रतिपक्ष सुमेधा उपाध्यक्ष सहित बाल विधानसभा के सदस्य,अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।