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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौक का लोकार्पण।

रामनगरी का नयाघाट बंधा चौराहा अब लता मंगेशकर चौराहा के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौक का लोकार्पण कर दिया है। इस मौके पर स्वर्गीय लता मंगेशकर के परिजन भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो संदेश देकर अयोध्यावासियों को बधाई दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लता दीदी के स्वरों में आस्था, आध्यात्मिकता व पवित्रता गूंजती है। उनके गाए हुए भजनों में दैवीय मधुरता थी। उनके स्वर युगों-युगों तक देश के कण-कण को जोड़े रखेंगे। लता दीदी के नाम पर बना ये चौक, हमारे देश में कला जगत से जुड़े लोगों के लिए भी प्रेरणा स्थली की तरह कार्य करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ये बातें अयोध्या में लता चौक के लोकार्पण समारोह में अपने वीडियो संदेश में कही।

 

और आज मुझे लता दीदी का गाया वो भजन भी याद आ रहा है, ‘मन की अयोध्या तब तक सूनी, जब तक राम ना आए’। अयोध्या के भव्य मंदिर में श्रीराम आने वाले हैं और उससे पहले करोड़ों लोगों में राम नाम की प्राण प्रतिष्ठा करने वाली लता दीदी का नाम अयोध्या शहर के साथ हमेशा के लिए स्थापित हो गया है।

 

लता जी, मां सरस्वती की एक ऐसी ही साधिका थीं, जिन्होंने पूरे विश्व को अपने दिव्य स्वरों से अभिभूत कर दिया। अयोध्या में लता मंगेशकर चौक पर स्थापित की गई मां सरस्वती की विशाल वीणा संगीत की साधना का प्रतीक बनेगी। मैं इस अभिनव प्रयास के लिए योगी जी की सरकार का, अयोध्या विकास प्राधिकरण का और अयोध्या की जनता का हृदय से अभिनंदन करता हूं।

 

संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा दायित्व

बता दे की पीएम मोदी ने कहा कि भारत की हजारों वर्ष पुरानी विरासत पर गर्व करते हुए, भारत की संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाना, ये भी हमारा दायित्व है। प्रभु राम तो हमारी सभ्यता के प्रतीक पुरुष हैं। राम हमारी नैतिकता के, हमारे मूल्यों, हमारी मर्यादा, हमारे कर्तव्य के जीवंत आदर्श हैं

लता मंगेश्कर चौक का किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लता मंगेश्कर चौक का लोकार्पण किया। इस मौके पर उनके साथ केन्द्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी सहित कई मंत्री व नेता मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीणा निर्माता राम सुतार से भी मुलाकात की। इसके बाद वह रामकथा पार्क के लिए रवाना हो गए। लोकार्पण समारोह में लता मंगेशकर के भतीजे व बहू भी मौजूद रहे।

 

 इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि आज अयोध्या अपना पुराना गौरव प्राप्त कर रही है। रामनगरी को सजाने-संवारने की जिम्मेदारी हम सबकी है। आज हमने लता चौक का लोकार्पण कर दिया है। इसी तरह नगर के हर चौराहे को भव्य बनाया जाएगा। चौक में 92 कमल के फूल लगाए गए हैं जो कि उनके जीवन के वर्षों को दिखाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर में लता चौक की तरह ही, हर चौराहे को महर्षि वाल्मीकि, रामानंदाचार्य और अलग-अलम महर्षियों के नाम पर बनाएंगे। सभी तीर्थों को सजाएंगे। नगर में एयरपोर्ट का निर्माण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम विकास के रास्ते में कोई भी रुकावट नहीं आने देंगे। अयोध्या को तीर्थ केंद्र के रूप में विकसित करेंगे। अब से रामनगरी का नयाघाट बंधा चौराहा अब लता मंगेशकर चौराहा के नाम से जाना जाएगा।

 

लता मंगेशकर चौक की खासियत
– 7.9 करोड़ से हुआ लता मंगेशकर चौक का निर्माण।
– स्मृति चौक पर गूंजेंगे लता मंगेशकर के भजन।  
– मां शारदा की वीणा सुर साम्राज्ञी चौक की पहचान होगी।
– वीणा की लंबाई 10.8 मीटर और ऊंचाई 12 मीटर है।
– 14 टन वजनी वीणा को बनाने में लगे 70 लोग।
– कांसा एवं स्टेनलेस स्टील से एक माह में बनी वीणा।
– पद्म पुरस्कार विजेता राम सुतार ने बनाई है वीणा की डिजाइन।
– वीणा के साथ-साथ अन्य शास्त्रीय वाद्य यंत्र भी प्रदर्शित हैं।
– लता जी के जीवन और व्यक्तित्व को चौक में दर्शाया गया है।

 

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