केदारनाथ में जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के हेलीकॉप्टर में आई खराबी

- मुख्यमंत्री ने किये भगवान बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन
केदारनाथ : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को भगवान बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन किए। केदारनाथ में दर्शन करने के बाद सीएम को कपाट खुलने के मौके पर पंच केदार में शामिल मध्यमहेश्वर धाम पहुंचना था, लेकिन हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण वह डेढ़ घंटे केदारनाथ में ही फंसे रहे। इस दौरान जिला प्रशासन ने एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर से बैटरी मंगाकर मुख्यमंत्री को मध्यमहेश्वर मंदिर के लिए रवाना किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद सिंह रावत अपनी बेटी के साथ सोमवार सुबह बदरीनाथ धाम पहुंचे। कुछ देर पूजा-अर्चना कर वह भगवान बदरीविशाल के बालभोग में शामिल हुए। बदरीनाथ में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। केदारनाथ यात्रियों के अधिक पहुंचने का कारण मूलभूत सभी सुविधाओं के इंतजाम व्यापक तौर पर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम शुरू हो चुका है। वहीँ ऑल वेदर रोड पर भी काम तेजी से चल रहा है। इसके बाद आने वाले दिनों में चार धाम यात्रा और व्यापक और सुगम हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बदरीनाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से सुबह दस बजे केदारनाथ धाम पहुंचे थी । यहां करीब एक घंटे पूजा अर्चना के बाद उन्हें मध्यमहेश्वर धाम जाना था। जैसे ही सीएम हेलीकॉप्टर में सवार हुए तो उन्हें पायलट ने हेलीकाप्टर में तकनीकी खराब बताई। जिसके बाद मुख्यमंत्री को हेलीकॉप्टर से उतरकर सेफ हाउस में जाना पड़ा। मिली जानकारी के अनुसार सीएम के हेलीकॉप्टर की केदारनाथ पहुँचने के बाद अचानक बैटरी खराब हो गयी थी। तकनीकी स्टाफ ने एक प्राइवेट हेली कंपनी से संपर्क कर बैटरी मंगाई। गुप्तकशी से नई बैटरी लाने के बाद सीएम का हेलीकॉप्टर उड़ान भरने के लिए तैयार हुआ। करीब डेढ़ घंटे इंतजार के बाद सीएम का हेलीकॉप्टर दोपहर 12.37 बजे केदारनाथ से देहरादून के लिए उड़ा ।