मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड तकनीकि विश्वविद्यालय में दिव्य हिमगिरि द्वारा शिक्षक दिवस पर आयोजित ‘‘टीचर ऑफ द ईयर 2021’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया। पूरे प्रदेश के कुल 118 शिक्षकों को विभिन्न श्रेणियों में एवं चार विश्वविद्यालय के कुलपतियों को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विज्ञान पर आधारित पत्रिका ‘‘ विज्ञान संप्रेषण’’ एवं उत्तराखण्ड तकनीकि विश्वविद्यालय की विवरणिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज को आगे बढ़ाने में शिक्षक की मुख्य भूमिका होती है। शिक्षा का प्रमुख आधार शिक्षक ही होता है। शिक्षक न केवल विद्यार्थी के व्यक्तित्व का निर्माता, बल्कि राष्ट्र का निर्माता भी होता है। किसी राष्ट्र के विकास में उसके भावी नागरिकों को गढ़ने वाले शिक्षकों की भूमिका अत्यन्त महत्त्वपूर्ण होती है। भारत में प्राचीन समय से ही गुरू-शिष्य परंपरा रही है। भारत से ही विश्वभर में शिक्षा के प्रसार की शुरूआत हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में सशक्त हो रहा है। ज्ञान, विज्ञान, अनुसंधान, खेल के क्षेत्र में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश में जो नई शिक्षा नीति लागू की गई। आने वाले समय में इसके बहुत अच्छे परिणाम आयेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव हैं। केन्द्र सरकार से हर क्षेत्र में राज्य को पूरा सहयोग मिल रहा है। पिछले माह राज्य को 20 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन मिली। दिसम्बर 2021 तक राज्य में शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। जनपद बागेश्वर एवं जनपद रूद्रप्रयाग कोविड की पहली डोज का शत प्रतिशत लक्ष्य हांसिल कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले 10 सालों में उत्तराखण्ड को अनेक क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यसेवक की जिम्मेदारी मिलने के बाद राज्य के हित में अनेक निर्णय लिए गये हैं। रोजगार एवं स्वरोजगार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समाज के हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं चलाई जा रही हैं। केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का आमजन तक लाभ पहुंचे इसके लिए योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। अधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस में 02 घण्टे जन समस्याओं को सुनने एवं समाधान करने के निर्देश दिये गये हैं।
इस अवसर पर विधायक श्री सहदेव सिंह पुण्डीर, उत्तराखण्ड तकनीकि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.पी.पी.ध्यानी, यूकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. राजेन्द्र डोभाल, दिव्य हिमगिरी के चीफ एडिटर श्री कुंवरराज अस्थाना, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं शिक्षक मौजूद थे।