- दोनों विधायक बेहद घटिया स्तर की लड़ाई लड़ रहे : इंदिरा हृदयेश
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उधर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश ने भाजपा विधायकों की जुबानी जंग पर तंज कसते हुए कहा कि दोनों विधायक बेहद घटिया स्तर की लड़ाई लड़ रहे हैं,उन्होंने कहा विधायकों के ऐसे बयानों से उत्तराखंड का नाम भी बदनाम तो हो रहा है अब वे विधायक चाहे किसी भी दल के क्यों न हों। उन्होंने कहा अपने को अनुशासित पार्टी कहने वाली भाजपा भी ऐसे विधायकों पर लगाम नहीं नहीं लगा पा रही है यह उनकी पार्टी को सोचना होगा। उन्होंने साथ ही कहा कि विधायक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर बैठे जिम्मेदार लोगों को अपनी पार्टी और मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए और भविष्य में ऐसे लोगों को न ही पार्टी टिकट दे और ना ही जनता को इन्हे वोट ही देना चाहिए।
इधर डॉ. इंदिरा हृदयेश का यह बयान हल्द्वानी से हवा में तैरते हुए प्रदेश की अस्थायी राजधानी देहरादून क्या पहुंचा कि सत्ता के गलियारों में उनके इस बयान पर चर्चाएं होने लगी। बीते एक पखवाड़े हरिद्वार के दोनों भाजपा विधायकों के बीच चल रही जुबानी जंग ने जहां लोकसभा चुनाव का मज़ा भी किरकिरा किया हुआ था, वहीं इन दो विधायकों की आपसी जंग ने कसभा चुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रत्याशी डॉ. निशंक के लिए भी कई बार विपरीत स्थिति पैदा की और उन्होंने इसका सामना भी किया, लेकिन कुर्सी मोह में प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से चिपके कार्यकारी अध्यक्ष को दोनों विधायकों के बीच चल रही जंग को सुलझाने का मौक़ा तब न मिलता जब वे कुर्सी छोड़कर दोनों को आमने सामने बैठाते। इसी बीच बीते दो दिन पूर्व जब प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के चुनाव से लौटने के बाद जब मामला उनके संज्ञान में आया तो उन्होंने कठोरतापूर्वक दोनों ही विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब देने को कहा था।
इतने में मामला तैरते-तैरते मुख्यमंत्री दरबार तक जा पहुंचा,और मुख्यमंत्री ने दोनों विधायकों को तलब कर दोनों के बीच चल रही जंग का पटाक्षेप कर दिया। मुख्यमंत्री के समक्ष दोनों विधायकों ने अब तक हुई बयानबाजी पर खेद जताया है। दोनों विधायकों ने कहा उनके मध्य लम्बे समय से संवादहीनता बनी हुई थी। साथ ही आपस मे कुछ गलतफहमियां पैदा हो गई थी। अब दोनों विधायकों के गिले शिकवे दूर हो गए हैं।