चारधाम की रेल ढाई सौ किलोमीटर से अधिक टनल से गुजरेगी
अनामिका बहुगुणा
गोपेश्वर। चारधाम को रेल मार्ग से जोडऩे वाली परियोजना के लिए कवायद लगातार जारी है। सरकार की चारों धाम के नजदीक के मुख्य स्टेशनों तक रेल पहुंचाने की योजना है। जैसे बदरीनाथ के लिए जोशीमठ, केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग तक रेल पहुंचाने की तैयारी है। इसी तरह गंगोत्री और यमुनोत्री में भी नजदीक मुख्य पड़ाव मनेरी तक रेल पहुंचाने की कवायद है। रेल विकास निगम इससे पहले चारधाम रेल परियोजना का रेकी सर्वे कर चुकी है। साथ ही निगम ने उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में रेल यातायात की संभावनाओं पर अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी थी। जिसके बाद यह कवायद आगे बढ़ी है।
इस परियोजना की लंबाई 327 किमी होगी और इसपर करीब 43 हजार करोड़ का खर्चा आने का अनुमान है। इसमें 21 नए स्टेशन बनेंगे। 61 सुरंगों और 59 पुलों का निर्माण होगा। रेल परियोजना का कुल 279 किमी हिस्सा टनल से होकर गुजरेगा। रेल विकास निगम (आरवीएनएल) को फाइनल लोकेशन सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसे परियोजना के तहत गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम को रेल यातायात से जोड़ा जाएगा। इसे निर्माणाधीन ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेललाइन का विस्तार भी कह सकते हैं।
खास बात यह है कि उत्तराखंड में चारधाम अलग-अलग ऊं चाई और स्थानों पर स्थित हैं। इनका विशिष्ट धार्मिक महत्व है। हर साल कपाट खुलने पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री यहां आते हैं। यमुना नदी का उद्गम स्थान यमुनोत्री समुद्र की सतह से 3293 मीटर की ऊंचाई पर है। वहीं गंगा नदी का उद्गम स्थल गंगोत्री धाम की समुद्र की सतह से ऊंचाई 3408 मीटर है। इसी तरह प्रसिद्घ धार्मिक स्थल और भीषण आपदा झेल चुका केदारनाथ धाम समुद्र की सतह से 3583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। जबकि बदरीनाथ धाम की ऊंचाई समुद्र की सतह से 3133 मीटर है।
शुरुआती सर्वे के आधार पर रेल विकास निगम ने चारधाम को रेल मार्ग से जोडऩे के लिए दो बिंदु सुझाए हैं। इसमें पहला है देहरादून का डोईवाला रेलवे स्टेशन और दूसरा है प्रस्तावित कर्णप्रयाग रेलवे स्टेशन। इसमें से कर्णप्रयाग रेल लाइन फिलहाल निर्माणाधीन है। डोईवाला रेलवे स्टेशन को भी अभी विस्तार की जरूरत है। डोईवाला रेलवे स्टेशन देहरादून के निकट है। साथ ही ऋषिकेश से भी नजदीक है।
गंगोत्री के लिए प्रस्तावित रेल लिंक डोईवाला से प्रारंभ होगा और उत्तरकाशी होते हुए 131 किमी की दूरी पर मनेरी तक जाएगा। केदारनाथ जाने वाली प्रस्तावित रेल लाइन कर्णप्रयाग से होते हुए साईकोट पहुंचेगी। बदरीनाथ के लिए प्रस्तावित रेलवे लाइन केदारनाथ वाले लिंक के बीच साईकोट से वाई आकर में कटेगी और 75 किमी की दूरी पर जोशीमठ जाकर समाप्त होगी।