देहरादून : केंद्र सरकार ने कुंवर प्रणव चैंपियन को छोड़ अन्य सभी बागियों की सुरक्षा को वापस ले लिया है। कांग्रेस से बगावत करके भाजपा में शामिल हुए बागी विधायकों को केंद्र सरकार की ओर से दी जाने वाली सीआईएसएफ की सुरक्षा वापस ले ली गई है इनमें से तीन मंत्री भी शामिल है। केवल कुंवर प्रणव चैंपियन ऐसे हैं जिनकी सुरक्षा अभी भी बरकरार रखी गयी है। बताया जा रहा है कि यह IB की रिपोर्ट के आधार पर इनकी सुरक्षा अभी यथावत रखी गई है।
18 मार्च 2016 को सत्र के दौरान तत्कालीन कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत व पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा समेत कांग्रेस के कुछ विधायकों ने हरीश रावत सरकार के खिलाफ बगावत करके भाजपा में शामिल हो गए थे। राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए केंद्र सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल ,प्रदीप बत्रा, अमृता रावत ,शैला रानी रावत, डॉ शैलेंद्र मोहन सिंह, उमेश शर्मा काऊ और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को विशेष सुरक्षा प्रदान की थी। वहीँ इसके बाद विधानसभा में हुए मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग में कांग्रेस की तत्कालीन विधायक रेखा आर्य की सदस्यता भी चली गई थी। उन्होंने भी भाजपा का दामन थामा था और उन्हें भी केंद्र सुरक्षा प्रदान की गई थी। इन सभी की सुरक्षा में अर्धसैनिक बलों के जवान लगाए गए थे। जिन्हे आज इनकी सुरक्षा से हटा दिया गया है।