वर्मा के विरुद्ध उत्तराखण्ड में भी भ्रष्टाचार के मामलेव की चल रही है जांच
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के पूर्व एमडी शिवेंद्र नाथ वर्मा (एस एन वर्मा ) के खिलाफ झारखण्ड कोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामले में समन जारी किए हैं, श्री वर्मा के विरुद्ध उत्तराखण्ड में भी भ्रष्टाचार के मामलेवकी जांच चल रही है।
झारखण्ड से मिली जानकारी के मुताबिक श्री वर्मा के खिलाफ स्वर्ण रेखा जल विद्युत परियोजना सिकीदिरी के रख रखाव और मरम्मत के मामले में हुई जांच में लगभग 21करोड़ रु के मामले में जे एस ई बी के तत्कालीन अध्यक्ष एस एन वर्मा बी एच ई एल भोपाल के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित नौ के खिलाफ समन जारी किए है। सभी को 25नवंबर तक सीबीआई की विशेष अदालत में हाजिर होने के निर्देश दिए हैं ।
JASEB के तत्कालीन सदस्य वित्त आलोक शरणं,भेल के सुनीति कुमार मजूमदार , आरके आर्य , ग्रुरुकृत सिंह सचदेवा, मेसर्स नॉर्दन पावर इरेक्टर्स लिमिटेड के संचालक नवनीत सागर और उनकी कम्पनी, मेसर्स फाइबर्टटेक पॉवर लिमिटेड मेरठ के संचालक आशुतोष मित्तल व उनकी कम्पनी के खिलाफ समन कारिवकीय गए हैं ।
गौरतलब हो कि इस मामले में सीबीआई ने दो जून 2016को मामले की एफआईआर दर्ज की थी जिसके बाद सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की थी , जिसमे कई लोग आरोपित किए गए हैं जबकि श्री वर्मा के खिलाफ देहरादून में भी जल विद्युत निगम के एमडी रहते हुए भ्रष्टाचार की जांच गतिमान है। चर्चा है कि श्री वर्मा सूबे के वर्तमान कैबिनेट मंत्री के नाक के बाल रहे हैं ।