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हॉर्स ट्रेडिंग केस 2016: सीबीआई ने हरीश रावत,हरक सिंह व उमेश के खिलाफ दर्ज की एफआईआर

मामला 2016 के एक स्टिंग वीडियो से संबंधित

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून : CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) ने बुधवार को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित डॉ. हरक सिंह रावत और एक हिंदी न्यूज चैनल के सीईओ उमेश कुमार के खिलाफ 2016 में बागी विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। यह मामला 2016 के एक स्टिंग वीडियो से संबंधित है। इसमें रावत कथित तौर पर बागी विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए उनकी खरीद-फरोख्त के लिए सौदे पर बातचीत करते हुए देखे गए थे। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उत्तराखंड हाई कोर्ट द्वारा 30 सितंबर को सहमति जताने के बाद यह मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले जांच एजेंसी ने अदालत के सामने अपनी प्रारंभिक जांच के आधार पर एक सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।

CBI  ने अप्रैल 2016 में प्रारंभिक जांच दर्ज की थी

एजेंसी ने पूर्व मुख्यमंत्री रावत के अलावा एक हिंदी न्यूज चैनल के सीईओ उमेश कुमार व पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का नाम भी लिया है। उन पर सरकारी कर्मचारियों को प्रभावित करने व आपराधिक षड़यंत्र रचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

गौरतलब हो कि वर्तमान में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच का सामना कर रहे हैं। अगस्त में सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व वित्तमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा सितंबर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कनार्टक के पूर्व मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था।

सीबीआई ने रिपोर्ट में कहा, हरक व उमेश ने रची थी साजिश

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग का जिन्न आखिरकार तीन साल सात महीने बाद बाहर आ गया। सीबीआई ने इस मामले में पूर्व सीएम हरीश के साथ ही कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और स्टिंग करने वाले एक चैनल के सीईओ उमेश कुमार के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। इससे इन सभी की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है। सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में साफ उल्लेख किया है कि हरक और उमेश ने ही हरीश रावत के स्टिंग की साजिश रची थी। बुधवार को सीबीआई नई दिल्ली के डिप्टी एसपी सोनल चंद्र ने यह मुकदमा दर्ज कराया है। रिपोर्ट में सीबीआई ने कहा कि 18 मार्च, 2016 को विधानसभा में बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक भाजपा विधायकों के साथ देहरादून छोड़कर एक चार्टेड प्लेन से गुड़गांव शिफ्ट हो गए। 

इसके बाद चैनल के सीईओ उमेश कुमार गुड़गांव पहुंचे और वहां हरक सिंह रावत से मिलकर आपराधिक साजिश रची और समर्थन के बदले तत्कालीन सीएम हरीश रावत से उनकी मांगें पूरी कर उन्हें संतुष्ट करने को कहा। इस साजिश के तहत हरक ने उमेश से कहा कि वे हरीश रावत से जाकर मिले। इस दौरान उमेश ने हरक से कहा कि वे हरीश रावत को स्पष्ट बता दें कि वे हरक की तरफ से सारी बातचीत करेंगे। हरीश रावत के एयरपोर्ट पहुंचने पर उमेश ने हरीश की हरक से मोबाइल पर बात कराई तो हरक ने हरीश को कहा कि उमेश ही मेरी तरफ से सारी बात करेंगे। इसके बाद ही उमेश ने हरक की बात तत्कालीन सीएम के सामने रखी और कहा कि यदि मांग मान लेते हैं तो हरक दो अन्य विधायकों के साथ सरकार को समर्थन दे देंगे।

हरक ने डिप्टी सीएम की डिमांड की थी !

सीबीआई ने रिपोर्ट में कहा कि हरक ने सीधे-सीधे उमेश को बताया कि वे हरीश रावत से उप मुख्यमंत्री, दो विभाग और कैश की मांग रखे। इस रणनीति पर काम करते हुए उमेश ने 23 मार्च, 2016 को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर हरीश से मुलाकात की और बातचीत का अंश मोबाइल से रिकार्ड भी कर लिया। सीबीआई ने कहा कि बातचीत के विश्लेषण से पता चलता है कि उमेश ने हरीश के पहुंचने से पहले हरक सिंह से फोन पर बात की और उन्हें बताया कि वे उनकी बात हरीश भी कराएंगे।

हरीश ने 30 करोड़ कमाने का खुला ऑफर दिया

सीबीआई ने रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि हरीश ने हरक के वापसी आने पर अपने विभागों से 30 करोड़ तक भी कमाने का खुला ऑफर दिया था। पूर्व सीएम ने तब कहा था कि मेरे पास देने के लिए कुछ नहीं है। इस पर उमेश ने प्रस्ताव रखा कि वे पांच-सात करोड़ का इंतजाम कर सकते हैं और पांच करोड़ का इंतजाम करने के लिए उनसे आग्रह किया। हरीश ने कहा कि आप कर लीजिए और 29 मार्च की शाम को मेरे पास आइए। मैं एक या दो का टॉप अप कर दूंगा।

उमेश ने 10 करोड़ खुद जुटाने का किया वादा

रिपोर्ट के मुताबिक उमेश ने हरीश से कहा कि वे 10 करोड़ दिल्ली में जुटा लेंगे और पांच करोड़ का इंतजाम दिल्ली में आप करा लो। इसके बाद उमेश ने हरक से बात की और कहा कि मोटी-मोटी बात हो गई है और मैं खुद आकर बाकी बातें बताता हूं। इसके बाद उमेश ने फिर हरक की बात हरीश से कराई। जिस पर हरीश रावत ने कहा कि तुम तो मुझे सस्ते में निपटा रहे हो। यह भी कहा कि मैं तो छोटे भाई की तरह से सभी कुछ तुम्हें देकर जाना चाहता था। मैं तो दसियों लोगों से कहता था कि उससे ज्यादा नजदीक मेरा कोई नहीं लेकिन ये तो सस्ती बात है।

हरक, मदन बिष्ट की सीडी पर भी नजर

पूर्व सीएम हरीश रावत के स्टिंग के कुछ ही समय बाद एक और स्टिंग ने उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया था। ये स्टिंग कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के दिल्ली स्थित आवास पर हुआ था। जहां स्टिंग में हरक सिंह रावत की पूर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट के साथ हुई बात को रिकॉर्ड किया गया था। इस बातचीत में दोनों नेता 18 मार्च को कांग्रेस सरकार के गिरने के बाद हुए घटनाक्रम को लेकर चर्चा करते नजर आ रहे थे।

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