UDHAM SINGH NAGAR

पंचतत्व में विलीन हुए शिक्षामंत्री के पुत्र अंकुर, कार दुर्घटना में हुई थी मौत

कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय के बेटे समेत दो की ट्रक की टक्कर से मौत, एक गंभीर

अंकुर के पीछे चल रहे क्रेटा वाहन संग भी हुई दुर्घटना 

मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री पहुंचे शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

उधमसिंह नगर (गूलरभोज) :  सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के छोटे बेटे अंकुर पांडेय की सड़क हादसे में मौत हो गई। वह 24 साल के थे। वहीं इस हादसे में उनके एक साथी मुन्ना गिरी की भी मौत हो गई और एक अन्य ज्ञानेन्द्र कोमा में है। भारी भीड के बीच अंकुर पांडेय की अंत्येष्टि गूलरभोज शमशान घाट पर कर दी गयी। इस दौरान यहां सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व कई विधायक मौजूद रहे। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री भगत सिंह कोश्यारी, कैबिनेट मंत्री श्री यशपाल आर्य ने भी अंकुर पाण्डेय को श्रद्धांजलि अर्पित की। 

गौरतलब हो कि आज प्रातः कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय के छोटे बेटे अंकुर पांडेय की बरेली के पास फरीदपुर में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इस हादसे में उनके एक पारिवारिक दोस्त की भी मौत हुई है, मिली जानकारी के अनुसार अंकुर कार चला रहे थे। हादसे में उनके एक साथी मुन्ना गिरी की भी मौत हो गई है। वहीं एक अन्य साथी पिंकू यादव अभी कोमा में है। जिसका बरेली के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।  वहीं बताया जा रहा है कि अंकुर के पीछे चल रही दूसरी क्रेटा कार भी स्पीड में थी। जो आगे वाली कार के ट्रक से टकराने के बाद अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गहरे गड्ढे में चली गई। इसमें चार लोग सवार थे, लेकिन कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। उन्होंने ने ही अंकुर के कार दुर्घटना की सूचना पुलिस को दी। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जानकारी के मुताबिक परविंदर गिरी उर्फ मुन्ना गिरी के भाई की बारात मंगलवार को बाजपुर से गोरखपुर जा रही थी। बुधवार को यहां शादी होनी थी। मुन्ना गिरी मंगलवार शाम मंत्री आवास पर पहुंचे। यहां से अंकुर, मुन्ना और ज्ञानेंद्र शादी में शामिल होने गोरखपुर के लिए रात करीब 11 बजे अंकुर की वरना कार संख्या यूके 06 ए एस 5500 से रवाना हुए। फरीदपुर बरेली के एनएच 24 में विपरीत दिशा से आते ट्रक संख्या यूपी 27 टी 3594 ने कार को टक्कर मार दी। हादसे के समय अंकुर पांडेय कार चला रहे थे। हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि उनके दोस्त मुन्ना उर्फ परविंदर गिरी पुत्र रघुनाथ गिरी को अस्पताल ले जाया गया। यहां उसने भी दम तोड़ दिया। वहीं ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह पुत्र एमडी यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसको श्री सिद्धि विनायक हॉस्पिटल बरेली में भर्ती कराया गया  यहां से उसे हायर सेंटर मेडीसिटी में  रेफर कर दिया गया। ज्ञानेंद्र प्रताप की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं हादसे के बाद बारात रोक दी गयी और वापस बाजपुर चली गयी। हादसे के बाद गूलरभोज में शोक की लहर है। हर कोई इस हादसे में अंकुर की मौत से स्तब्ध है।

वहीं जवान बेटे की सड़क हादसे की खबर के बाद उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय टूट गए। वह तुरंत देहरादून से ऊधमसिंह नगर के गूलरभोज स्थित अपने आवास पर सुबह करीब 10 बजे पहुंचे। जहां छोटे बेटे अंकुर की पार्थिव देह देखकर वह शून्य में निहारते रहे । उन्होंने खुद को संभालने की बेहद कोशिश की, लेकिन पिता की आंखें सबकुछ बयां कर दिया।

शिक्षा मंत्री के बेटे की अचानक दुर्घटना में हुई मौत पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित राज्य भर के राजनेताओं ने शोक जाहिर किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी हेलीकॉप्टर से ऊधमसिंह नगर पहुंचे। जहां से वह गूलरभोज के लिए रवाना हुए। शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय को ढांढस बंधाने और स्व. अंकुर पांडेय को श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी भी गूलरभोज पहुंचे।

मंत्री पुत्र की सड़क हादसे में मौत की सूचना के बाद मंत्री आवास में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। शोक जताने पहुंचे लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। मंत्री आवास से शव यात्रा गूलरभोज मुक्तिधाम श्मशान घाट की ओर रवाना हुई। जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

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