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भाजपा के संगठन महामंत्री अजेय ने दिए चुनाव जीतने के मंत्र, बोले बूथ जीता तो समझो चुनाव जीता

प्रदेश भर के 2371 शक्ति केन्द्रो के 11235 बूथों में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए आयोजित कार्यशालाओं की वर्चुअल समीक्षा

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून :  मिशन 2022 के चुनाव की रणनीति में जुटी भाजपा संगठन ने कमर कस ली है। भाजपा प्रदेश महामंन्त्री (संगठन) अजेय जी ने कार्यकर्ताओं को बूथ जीता तो चुनाव जीता के मूल मन्त्र को आत्मसात करने को कहा।

उन्होंने रविवार को प्रदेश भर के 2371 शक्ति केन्द्रो के 11235 बुथो में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए आयोजित कार्यशालाओं की वर्चुअल समीक्षा बैठक ली। श्री अजेय जी 3 जनवरी से 10 जनवरी तक आयोजित शक्ति केंद्रों की कई बैठकों में पहुचकर या वर्चुअल माध्यम से लगातार मोनिटरिंग कर रहे हैं।

रविवार को वर्चुअल माध्यम से आयोजित वैठक में श्री अजेय ने सभी जिलों की समीक्षा बैठक लेते हुए कहा कि भाजपा के वर्ष भर होने वाले कार्यक्रमों के साथ पन्ना प्रमुखों के गठन तथा केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओ से लाभान्वित होने वाले लोगो का प्रमुख भी बनाने की योजना बननी जरुरी है।

उन्होंने कहा कि इन कार्यशालाओं से शक्ति केन्द्रो व बूथ समितियों के मध्य संवाद से उनकी सक्रियता में तेजी आएगी जो संग़ठन के लिये बूथ से लेकर प्रदेश व केंद्र के बीच मे सेतु का कार्य करेगी।  उन्होंने कहा कि भाजपा संग़ठन के वर्ष में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए कार्यक्रम प्रमुख की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने से केंद्र से बूथ तक कार्यक्रमों की सफलता के लिए सहायक सिद्ध होंगे ।इससे बूथ स्तर पर भी कार्यकर्ताओं में सक्रियता बढ़ेगी।

उन्होंने प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात बूथ स्तर पर भी सुनी जाए को सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख नियुक्त करने को कहा है। उन्होंने कार्यकताओ से आम जन से संवाद स्थापित कर केंद्र व राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओ को घर घर पहुचाने को प्रत्येक बूथ पर लाभार्थी प्रमुख सुनिश्चित करने के लिए भी कहा।

बैठक में श्री अजेय ने शक्तिकेन्द्रों की कार्यशालाओ को निश्चित समय पर करने के लिए कहा पूरे प्रदेश भर में कल 9 फरवरी तक कुल 1762 शक्तिकेन्द्रों के 8043 बूथों की कार्यशालाएं सम्पन्न हो चुकी हैं श्री अजेय ने शेष शक्तिकेन्द्रों की कार्यशालाओं को जिलाध्यक्षों को स्वयं मोनिटरिंग कर शीघ्र कराने को कहा है।

शक्तिकेन्द्रों की बैठकों में प्रत्येक बूथ पर आयोजित होने वाले 10 कार्यक्रमों के 10 प्रमुख इस प्रकार से बनाने के लिए कहा गया है :-

  •  भाजपा स्थापना दिवस
  •  डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस
  • पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती
  • सुशासन दिवस के रूप में श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती,
  • समरसता दिवस के रूप में डॉ भीमराव अंबेडकर का निर्वाण दिवस
  • उत्तराखंड का हरेला पर्व
  • उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस 8) प्रधानमंत्री की मन की बात
  • केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थी प्रमुख
  • बूथों के पन्ना प्रमुख

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