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संघ की पाठशाला से निकले प्रत्याशियों पर ही भाजपा ने जताया भरोसा !

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून : उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पर प्रत्याशी चयन के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने संगठन के लोगों पर ही विश्वास व्यक्त किया है। प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर जो चेहरे उतारे गए, उनमें से चार संघ से निकलकर सांगठनिक जिम्मेदारियों में सक्रिय रहे हैं। पार्टी ने अपने बुजुर्ग सांसदों बीसी खंडूड़ी और भगत सिंह कोश्यारी का टिकट काटकर तीरथ सिंह रावत और अजय भट्ट जैसे नए चेहरों को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा है। 

हालांकि जब तक पार्टी ने टिकट तय नहीं हो पा रहे थे, तब तक पौड़ी, टिहरी और अल्मोड़ा और नैनीताल लोकसभा सीट पर उन नेताओं के नाम भी दावेदारों के रूप में प्रमुखता से सामने आ रहे थे, जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे या राजनीती के मैदान में कहीं दूर-दूर तक नहीं थे । पौड़ी लोकसभा सीट पर उम्रदराज बीसी खंडूड़ी के चुनाव  न लड़ने की अटकलें तेज होने की वजह से इस सीट पर जहां  कैबिनेट मंत्री व पूर्व सांसद सतपाल महाराज, पूर्व में कांग्रेस से इस सीट पर चुनाव हार चुके डॉ. हरक सिंह रावत और महाराज की पत्नी पूर्व कैबिनेट मंत्री अमृता रावत  सहित कर्नल अजय कोठियाल के नामों चर्चायें  चलती रही थी लेकिन विद्यार्थी परिषद् के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष तीरथ के हाथ बाज़ी लगी। 

हालांकि सैन्य बहुल मतदाताओं वाली इस सीट पर संगठन से बाहर के दावेदार कर्नल अजय कोठियाल और एडमिरल ओपी राणा के नामों का भी जमकर चर्चाएं रही । लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने सांसद मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी के बेहद करीबी तीरथ सिंह रावत को उम्मीदवार बनाया। पार्टी ने बीते विधानसभा विधानसभा चुनाव में तीरथ का चौबट्टाखाल सीट से टिकट काटकर महाराज को उतारा था। तब से तीरथ राष्ट्रीय संगठन की जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे थे। 

उधर, नैनीताल सीट पर सांसद भगत सिंह कोश्यारी के चुनाव न लड़ने को लेकर बार बार दिए जा रहे बयानों के बाद लोकसभा उम्मीदवारी को लेकर कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य समेत भाजपा के विधायक व अन्य नेता सक्रिय हो गए थे । हालांकि चर्चाएं प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के नाम की भी रही। लेकिन कोश्यारी की अंतिम ना न होने के चलते अजय भट्ट आखिरी समय तक खुद की दावेदारी से इंकार करते रहे। वही अंदरखाने पार्टी नेतृत्व की ओर से उन्हें चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कह दिया गया था। इसी रणनीति के तहत उनकी ओर से मंगलवार को नामांकन पत्र भी ले लिया था। 

भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर हरिद्वार सीट से  रहे  डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक पर ही दांव लगाया है । जबकि इस सीट पर पार्टी के एक कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, भाजपा के एक विधायक समेत कुछ दावेदार दिल्ली में डेरा जमाए हुए थे। जबकि अल्मोड़ा सीट पर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं राज्यमंत्री रेखा आर्या  दावा ठोक रही थी। उन्होंने  दिल्ली जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत कई केंद्रीय नेताओं से टिकट के लिए एड़ियां तक घिस डाली थी । लेकिन पार्टी के संगठन के आला नेताओं के दबाव के चलते केंद्रीय राज्यमंत्री व सांसद अजय टम्टा पर ही दांव लगाया गया है ।

वहीं टिहरी लोकसभा सीट पर विजय बहुगुणा, पार्टी विधायक मुन्ना सिंह चौहान, गणेश जोशी समेत कई अन्य नेताओं की दावेदारी सामने आ रही थी। लेकिन पार्टी ने राजपरिवार की सांसद माला राज्य लक्ष्मी को ही मैदान में उतारने का ही निर्णय लिया। कुल मिलाकर पार्टी ने अपने पुराने और संगठन से जुड़े नेताओं और संगठन द्वारा जिन नेताओं की पैरवी की जा रही थी उनको ही प्राथमिकता दी गयी।

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