जोशीमठ (चमोली) : उर्गम लघु जल विद्युत परियोजना की टरबाइन की नोज़ल में फंसी रेट को साफ़ करने के दौरान अचानक नोज़ल वाल्व के फटने से परियोजना में कार्यरत एक कर्मचारी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि पांच अन्य घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद तीन कर्मचारियों की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
गौरतलब हो कि हेलंग-उर्गम रोड पर तीन मेगावाट की उर्गम लघु जल विद्युत परियोजना का बीती मार्च 2018 को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा लोकार्पण किया गया था जिससे 30 गांवों को बिजली की आपूर्ति हो रही थी। बीती शुक्रवार रात को हेलंग क्षेत्र में भारी बारिश के चलते कल्पगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया। इससे उर्गम जल विद्युत परियोजना की टरबाइन में भारी मात्रा में सिल्ट जमा हो गया और टरबाइन ने चलना बंद कर दिया जिससे बिजली उत्पादन भी बंद हो गया।
शनिवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे परियोजना कर्मचारी टरबाइन के नोजल में जमी सिल्ट को साफ कर रहे थे कि अचानक टरबाइन में लगा नोजल वॉल फट गया। जिससे दिनेश कुमार (38), रुड़की निवासी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि भरत सिंह (28) पुत्र भोला सिंह निवासी भेंटा पिलखी उर्गम, विवेक शर्मा (35) निवासी कनखल हरिद्वार और मनोज कुमार (38) पुत्र उमेशचंद्र निवासी शिवालिक नगर थाना रानीपुर हरिद्वार गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि रोबिन कुमार (24) पुत्र मनेपाल सिंह मिर्जापुर और कमल (37) पुत्र अशोक कुमार को हल्की चोटें आई हैं।
दुर्घटना पर जोशीमठ के तहसीलदार चंद्रशेखर वशिष्ठ ने बताया कि गंभीर घायलों को सीएचसी जोशीमठ में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। वहीं, परियोजना के अवर अभियंता विजय सिंह नेगी ने बताया कि हादसे के वक्त परियोजना में दस कर्मचारी कार्य कर रहे थे। सिल्ट को साफ करते वक्त यह हादसा हुआ है।