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भगत सिंह कोश्यारी (भगतदा) होंगे महाराष्ट्र के राज्यपाल

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सहित कई भाजपा नेताओं ने दी बधाइयां 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र को राजस्थान स्थानांतरित किया गया है

जबकि बंडारु दत्तात्रेय को हिमाचल का नया राज्यपाल बनाया गया है।

वहीं आरिफ़ मुहम्मद खान को केरल का राज्यपाल की जिम्मेदारी दे गयी है

और तमिलसाई सुंदरराजन को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। 

देहरादून : उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता और सूबे में अंतरिम सरकार के दूसरे मुख्यमंत्री भगत दा को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है।  अब तक महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे सी. विद्यासागर राव के कार्यकाल 30 अगस्त को समाप्त होने पर देश के राष्ट्रपति ने भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का नया राज्यपाल मनोनीत किया है। विद्यासागर राव वर्ष 2014 से महाराष्ट्र राज्य के राज्यपाल का कार्यभार देख रहे थे। उन्हें जल्द ही पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जायेगी। 

उनके राज्यपाल बनाये जाने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ख़ुशी व्यक्त करते हुए कहा है कि भगत सिंह कोश्यारी भाजपा को उत्तराखंड राज्य में स्थापित करने वाले उन नेताओं में शुमार हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन संघ और भाजपा को समर्पित किया है।  उन्होंने कहा की महाराष्ट्र को उनके राजनीतिक अनुभव का लाभ मिलेगा।  

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें हार्दिक बधाई दी है। 
मुख्यमंत्री ने श्री कोश्यारी के आवास जाकर उन्हें बधाई व शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि श्री  कोश्यारी एक वरिष्ठ एवं अनुभवी राजनेता हैं।  बतौर मुख्यमंत्री, सांसद व विधायक उत्तराखण्ड के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वे संवेदनशील, सादगीपूर्ण व लोकप्रिय व्यक्तित्व के धनी हैं। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि  कोश्यारी जी के दीर्घ राजनीतिक व सामाजिक जीवन के अनुभव का लाभ महाराष्ट्र को मिलेगा।

भगत सिंह कोश्यारी का जन्म 17 जून 1942 को उत्तराखण्ड के कुमांऊँ क्षेत्र के बागेश्वर जिले के नामती चेता बगड़ गॉंव में हुआ था। भगत दा 11 भाई-बहनों में नौवीं संतान हैं। उनसे पहले 8 बहनों का जन्म हो चुका था। पारिवारिक जन बताते हैं कि कोश्यारी का नामकरण के समय हयात नाम रखा गया था। एक चचेरे भाई का नाम भी हयात होने के कारण इस होनहार बालक का नाम भगत सिंह रखा गया। कोश्यारी के छोटे भाई जगत सिंह नामती चेटाबगड़ गांव में रहते हैं। वह कई बार प्रधान रह चुके हैं। सबसे छोटे भाई नंदन सिंह कोश्यारी वरिष्ठ पत्रकार हैं।  

कोश्यारी ने प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय महरगाड़ से प्राप्त की। जूनियर हाईस्कूल की शिक्षा घर से 8 किमी दूर शामा से हासिल करने वाले भगत दा ने हाईस्कूल की शिक्षा कपकोट से और इंटर की शिक्षा पिथौरागढ़ से हासिल की। भारी आर्थिक संकट के बीच भगत दा ने बीए और एमए की पढ़ाई अल्मोड़ा महाविद्यालय से की। उसके पश्चात उन्होंने आगरा विश्वविद्याल से अंग्रेज़ी साहित्य में आचार्य की उपाधि प्राप्त की।

श्री कोश्यारी उत्तराखंड राज्य के अस्तित्व में आने के बाद नित्यानंद स्वामी सरकार में पहले ऊर्जा और सिंचाई मंत्री थे।  स्वामी को हटाए जाने के बाद भाजपा की अंतरिम सरकार के दौरान सूबे के दूसरे मुख्यमंत्री बनाये गए थे। वे राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। जब उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड़ बना तो कोश्यारी को ही राज्य का पहला प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। वर्ष  2002 से लेकर 2007 तक उन्होंने विपक्ष के नेता के तौर पर जिम्मेदारी निभाई थी। कोश्यारी 2008 से 2014 तक वह राज्यसभा सांसद और 2014 से 2019 तक नैनीताल से लोकसभा सदस्य रहें। 

वहीँ भगत दा के राज्यपाल मनोनीत होने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहरकांत ध्यानी सहित खटीमा के युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के बदरीनाथ विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट सहित हेमंत द्विवेदी भास्कर नैथानी , कैलाश पंत सहित सैकड़ों भाजपा नेताओं ने उनको बधाइयां और शुभकामनायें प्रेषित की है। 

 

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