राजपुर नेचर फेस्टिवल के आयोजन में विभागीय मंत्री गायब
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून: उत्तराखंड की ब्यूरोक्रेसी को यूँ ही सरकार के नियंत्रण से बाहर नहीं कहा जाता यानि जब कुछ होता है तभी बात निकलती है दूर तक जाती है। ताज़ा मामला वन विभाग के तत्वावधान में राजपुर में होने वाला राजपुर नेचर फेस्टिवल का है जो शुरू होने से पहले ही विवादों के घेरे में आ गया है। शनिवार से शुरू होने जा रहे इस फेस्टिवल के निमंत्रण पत्र में विभागीय मंत्री हरक सिंह रावत का ही नाम ही गायब है। उनका नाम ऐसे ही गायब नहीं हुआ यह कहीं न कहीं किसी षड्यंत्र के तहत हुआ होगा अन्यथा विभागीय कार्यक्रम से उसी विभाग के मंत्री का नाम कैसे गायब हो जाता ? निमंत्रण पात्र के हाथों में आते ही यह मामला चर्चा में आ गया। अब विभागीय अफसरों की मनमानी को लेकर नया बवाल खड़ा होना तय है। ज्ञात हो कि कांडी चिल्लरखाल सड़क के मामले में ब्यूरोक्रेसी द्वारा पेंच फंसाये जाने के बाद से ही विभागीय मंत्री और विभाग के मुखिया यानी प्रमुख मुख्य वन संरक्षक के बीच तनातनी चल रही है।
गौरतलब हो कि वन विभाग की ओर से प्रतिवर्ष राजपुर नेचर फेस्टिवल के तहत प्रकृति के संरक्षण का संदेश दिया जाता है। इस बार कार्यक्रम का आयोजन दो से चार नवंबर तक होना है। आयोजन के सिलसिले में विभाग ने जो निमंत्रण पत्र भेजे हैं, उसमें मुख्यमंत्री का मुख्यातिथि के रूप में नाम तो है लेकिन विभागीय मंत्री का ही नाम गायब है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री के हाथों होना है, मगर तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में विभागीय मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को किसी भी दिन नहीं बुलाया गया है। और तो और, निमंत्रण पत्र में कहीं भी विभागीय मंत्री का नाम नहीं है।
हालाँकि, कार्यक्रम के आयोजक और निवेदक के तौर पर विभाग के मुखिया जयराज का नाम शामिल है। शुक्रवार को यह मामला चर्चा के केंद्र में रहा। सत्ता के गलियारों में इसे वन मंत्री और विभाग प्रमुख के मध्य पूर्व में हुई तनातनी से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि फायर सीजन के दौरान जब उत्तराखंड वनाग्नि से जूझ रहा था उस दौरान भी विभाग प्रमुख के विदेश दौरे को लेकर मंत्री ने सवाल उठाए थे। हमने मामले की जानकारी के लिए वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और विभाग प्रमुख जय राज से सम्पर्क करने की बहुत कोशिश की कि सत्यता का पता लगाया जाय कि आखिर वनविभाग के कार्यक्रम से वन मंत्री का नाम कैसे गायब हो गया किसी से भी संपर्क नहीं हो पाया।