ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन रिजॉर्ट का लोकार्पण
- जिम कार्बेट नेशनल पार्क के दो प्रवेश द्वारों का शिलान्यास
- युवाओं को सरकारी नौकरी के बजाय स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
कोटद्वार। उत्तराखंड वन संसाधन प्रबंधन परियोजना (जायका) द्वारा वित्तपोषित करीब 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन रिजॉर्ट और सनेह- दुगड्डा-सेंधीखाल मार्ग पर जिम कार्बेट नेशनल पार्क के दो प्रवेश द्वारों का वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने शनिवार को एक भव्य समारोह के बीच शिलान्यास किया। उन्होंने कहा हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वच्छ भारत की परिकल्पना के अनुरूप कोटद्वार में स्नेह वन विश्राम ग्रह के समीप ईको टूरिज्म पार्क का शिलान्यास हुआ है। यहां पर्यटन के साथ-साथ इस पार्क में आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा विधि के साथ योग एवं पंचकर्म के माध्यम से जरूरतमंदों का इलाज किया किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोटद्वार को पूरे विश्व में नई पहचान दिलाई जाएगी, ताकि यहां पर्यटकों का आवगमन हो जिससे स्थानीय लोगों का रोजगार बढ़ेगा और युवा नौकरी के बजाय स्वरोजगार से जुड़ेंगे। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए ।
- कॉर्बेट से सटा होने के बावजूद गुमनामी का दंश झेल रहा है कोटद्वार
- गूलरझाला में भी इसी प्रकार का रिजार्ट बनाया जाएगा
लैंसडौन वन प्रभाग के कोटड़ी रेंज के अंतर्गत सनेह में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि जिम कार्बेट नेशनल पार्क का अधिकतर क्षेत्र कोटद्वार से सटा होने के बावजूद यह क्षेत्र गुमनामी का दंश झेल रहा है, लेकिन अब कोटद्वार के सनेह में करीब 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला अंतरराष्ट्रीय स्तर का ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन रिजॉर्ट कोटद्वार को देश में ही नहीं पूरे विश्व में नई पहचान दिलाएगा। यह रिजॉर्ट अगले नौ महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। जिससे करीब 10 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इसी प्रकार का रिजार्ट भाबर क्षेत्र के गूलरझाला में भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा इस इको पार्क के भवनों को पूर्णतः सौर ऊर्जा से संचालित किया जायेगा। पार्क को वन्य जीव संघर्श से बचाने के लिए सोलर फैंसिंग से भी आच्छादित किया जायेगा। पार्क में स्थानीय कलाकारों के हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए उन्हे मंच प्रदान किया जायेगा। जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध होगा साथ ही स्थानीय खाद्य प्रदाथों को भी बढ़ावा दिया जायेगा। यहां ईको टूरिज्म पार्क के निर्माण से स्थानीय उत्पादकों तथा स्थानीय खाद्य प्रदाथों को बढ़ावा मिलेगा वहीं स्थानीय युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराया जायेगा, जो पलायन के रोकने में कारगर सिद्ध होगा।
- यशस्वी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की है ईको पार्क बनाने की घोषणा
- प्रधानमंत्री की स्वच्छ भारत परिकल्पना के अनुरूप हुआ ईको टूरिज्म पार्क का शिलान्यास
वन मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा मायावती आश्रम लोहाघाट, देवीधुरा तथा कांडीजाख, मंसूरी में ईकों पार्क बनाने की घोषणा की गयी, जिसे शीघ्र ही मूर्त रूप देने के लिए ईको टूरिज्म कॉरपोरेशन को ईकों टूरिज्म पार्क बनाने के लिए निर्देशित किया जा रहा है। उन्होंने कहा करीब 50 लाख रुपये की लागत से सनेह और दुगड्डा-सेंधीखाल मार्ग पर रामनगर से भी भव्य जिम कार्बेट नेशनल पार्क के प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। इसके साथ ही 26 लाख रुपये की लागत से कार्बेट पार्क के स्वागत कक्ष का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोटद्वार की जनता ने उनको विकास के लिए अपना आशीर्वाद दिया है। वह जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे। लालढांग-चिलरखाल मार्ग और कण्वाश्रम का नए सिरे से विकास कर कोटद्वार को विकास की बुलंदियों पर पहुंचाते हुए विश्व में पहचान दिलाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा पार्क में स्थानीय कलाकारों के हस्त शिल्प के बढ़ावा देने के लिए उन्हें मंच प्रदान किया जाएगा , जिससे स्थाननीय युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध होगा , साथ ही स्थानीय खाद्य पदार्थों के लिए भी स्थानीय युवाओं को बढ़ावा दिया जाएगा ।
समारोह की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत ने की। इस मौके पर जायका के निदेशक अनूप मलिक, कार्बेट पार्क के निदेशक राहुल, लैंसडौन के डीएफओ वैभव सिंह, सुमन कोटनाला, भुवनेश खर्कवाल, विश्वपाल जयंत, अरुण भट्ट, जीत सिंह पटवाल, उमेश त्रिपाठी, रश्मि राणा आदि मौजूूद थे। कार्यक्रम का संचालन राजगौरव नौटियाल ने किया।