रिश्वत लेते वन दारोगा एक लाख सहित रंगे हाथ गिरफ्तार
- आरोपित वन दारोगा की होगी संपत्ति की जांच
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
काशीपुर: अवैध खनन के आरोप में सीज दो वाहनों को छोड़ने के लिए एक लाख की रिश्वत लेते विजिलेंस टीम ने वन दारोगा को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। विजिलेंस टीम आरोपित वन दारोगा की संपत्ति की भी जांच करेगी।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत गुलजारपुर क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने अवैध खनन में काशीपुर के विजय नगर निवासी फईम अहमद व नियाज के दो वाहन सात मार्च को पकड़े थे। इस पर वाहन स्वामी ने रेंजर आरके वर्मा से मुलाकात की। रेंजर वर्मा ने गुलजारपुर चौकी में तैनात वन दारोगा शैलेंद्र चौहान से मिलने को कहा। दारोगा चौहान ने सीनियर अधिकारियों से वाहन छुड़ाने के एवज में तीन लाख रुपये की मांग की। बमुश्किल सौदा दो लाख में तय हुआ। जिसमें से एक लाख रुपये पहले देना तय हुआ।
इस बीच वाहन स्वामी फईम ने विजिलेंस के पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव के कार्यालय में वन दारोगा के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई। जांच में आरोप सही पाए जाने पर विजिलेंस अधिकारियों ने ट्रैप टीम गठित की। मंगलवार को विजिलेंस टीम ने जिला ऊधमसिंह नगर के जसपुर से वन दारोगा शैलेंद्र चौहान पुत्र भारत सिंह को वाहन स्वामियों से एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस टीम वन दारोगा की सम्पत्ति की जांच भी करेगी।
दूसरी ओर तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि रिश्वत लेने के आरोपित वन दारोगा को निलंबित किया जाएगा। उसके खिलाफ अन्य विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। इस मामले में रामनगर रेंजर की भूमिका की भी जांच होगी। विजिलेंस के पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने बताया कि जांच में जो भी वनाधिकारी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।