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त्रिवेन्द्र विरोधियों के मुंह पर अनिल बलूनी का करारा तमाचा !

  • अफवाह फैलाने वालों पर गर्म हुए सांसद अनिल बलूनी 

  • त्रिवेन्द्र के नेतृत्व में राज्य सरकार भावना के अनुरूप विकास के पथ पर : अनिल 

राजेन्द्र जोशी 

देहरादून : उत्तराखंड में सोशल मीडिया पर तमाम लोगों के द्वारा फैलाई जा रही नेतृव परिवर्तन ख़बरों पर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने तमाचा मारते हुए साफ़ कहा  है कि इस तरह की ख़बरें निराधार है। 

उन्होंने चिंता और आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि  ”मित्रों, कुछ महीनों से मैं निरन्तर देख रहा हूं कि सोशल मीडिया उत्तराखण्ड के राजनैतिक परिदृश्य पर अनेक चर्चायें हो रही हैं। विशेषकर राज्य के नेतृत्व को लेकर अनेक पोस्ट देख रहा हूँ जो कि पूर्णतः निराधार हैं। मैं ऐसी तमाम अफवाहों का सिरे से खंडन करता हूं। राज्य में प्रचंड बहुमत की स्थिर सरकार हैं। डबल इंजन का संकल्प उत्तराखण्ड के कायाकल्प हेतु कार्यरत है। यशस्वी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी के नेतृत्व में सरकार राज्य की भावना के अनुरूप विकास के पथ पर बढ़ रही है। मेरी कामना है राज्य का नेतृत्व विकास के नए आयाम छुये।”

”मैं राज्यसभा सदस्य के नाते राज्य के विषयों पर निरन्तर सक्रिय हूँ साथ ही पार्टी के मीडिया प्रमुख के नाते अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा हूँ। माननीय प्रधानमंत्री जी और आदरणीय अध्यक्ष जी द्वारा दिये गये दायित्वों का निष्ठा से निर्वहन मेरी प्राथमिकता है। ऐसे में सोशल मीडिया में राज्य के नेतृत्व के विषय मे अस्तित्वहीन और निराधार चर्चा हमारी ऊर्जा को व्यय करती है। नेतृत्व द्वारा दिये दायित्व को सभी कार्यकर्ता सफलतापूर्वक निभा रहे हैं। मेरी कामना है उत्तराखंड प्रगति करे, विकास के आयामों को छुए और जन आकांक्षाओं को पूर्ण करें ।”

राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के इस पोस्ट के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के खिलाफ प्रचार करने वालों को सांप सूंघ गया है। उन्हें सपने में भी यह उम्मीद नहीं थी कि अनिल बलूनी उनके इस दुष्प्रचार को इस तरह टायं -टॉय फुस्स कर देंगे।  बल्कि उनकी उम्मीद थी कि वे उनके इस मुहीम को और हवा देंगे जबकि हुआ इसके उलट। 

गौरतलब हो कि ऊँचे चरित्र के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से कुछ लोग इस लिए खफा हैं कि वे उनकी दलाली में उनका साथ नहीं दे रहे हैं जो पिछले 18 वर्षों से सत्त्ता की मलाई खा-खा कर अपनी तिजोरियां तो भरते ही रहे थे बल्कि उन्होंने अपने तमाम रिश्तेदारों को उत्तराखंड से इतर अन्य प्रांतों से यहाँ लेकर दबाव की नीति के चलते सरकारी विभागों में स्थापित कर दिया है।   त्रिवेंद्र के मुख्यमंत्री बनने के बाद से इनकी दलाली और ठेकेदारी बंद सी हो गयी है लिहाज़ ऐसे लोगों ने राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी के कंधे का उपयोग करने का प्रयास करते हुए उत्तराखंड के राजनितिक वातावरण को दूषित करने का कुत्सित प्रयास किया है। 

राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी के इस बयान ने ऐसे षड्यंत्रकारी लोगों की पोल खोलकर रख दी है जो उनको भी बदनाम करने की नियत से बयांनबाज़ी कर रहे थे।  

 

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