NATIONAL
उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पुस्तक “Listening, Learning & Leading” का अमित शाह ने किया विमोचन


चेन्नई (तमिल नाडु) : केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने चेन्नई (तमिल नाडु) के कलैवनार अरंगम सभागार में माननीय उप-राष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू जी द्वारा रचित पुस्तक “Listening, Learning & Leading” पुस्तक का विमोचन करते हुए उप राष्ट्रपति नायडू के जीवन को सबके लिए अनुकरणीय बताया।
श्री वेंकैया नायडू जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए माननीय गृह मंत्री ने कहा कि नेल्लोर, आंध्र प्रदेश के एक साधारण किसान परिवार में जन्म लेकर वे बहुत कम उम्र में ही आरएसएस एवं विद्यार्थी परिषद् की विचारधारा से जुड़ गए और उसके आधार पर उन्होंने जिस तरह से राज्य और देश के विकास में अपना योगदान दिया, यह हम सबने देखा है। मैं उनके जीवन से जुड़ी एक महत्वपूर्ण घटना पर प्रकाश अवश्य डालना चाहूंगा। अभी-अभी हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नीत राजग सरकार ने इस देश को धारा 370 से मुक्ति दिलाई है। श्री वेंकैया जी विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ता थे और विद्यार्थी परिषद् का धारा 370 के खिलाफ आंदोलन चल रहा था तो श्री वेंकैया जी भी उस आंदोलन का हिस्सा थे। इस दौरान एक कम्युनिस्ट प्रोफ़ेसर ने श्री वेंकैया जी से पूछा कि आपने कश्मीर देखा है क्या? यदि आपने कश्मीर देखा ही नहीं है तो आप आंदोलन क्यों कर रहे हैं? तो छूटते ही वेंकैया जी का जवाब था कि हालांकि एक आँख को दूसरी आँख दिखाई नहीं देती लेकिन यदि एक को दर्द होता है तो दूसरी आँख को अपने-आप महसूस हो जाता है। देश के साथ बचपन से उनका यही जुड़ाव उन्हें यहाँ तक ले आया है।
श्री शाह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद् के एक युवा कार्यकर्ता के रूप में, एक छात्र नेता के रूप में, एक लोकप्रिय विधायक के रूप में, आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के तौर पर एक लड़ाके के रूप में जब वे 17 महीने तक कारावास में रहे थे और भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में श्री वेंकैया नायडू जी ने जीवन के संघर्ष भरे कई पड़ावों को सफलतापूर्वक पार किया है। आज वे देश के उप-राष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति के रूप में राज्य सभा और समग्र राष्ट्र का मार्गदर्शन कर रहे हैं। यह विधि का विधान ही है कि जिस युवा वेंकैया ने धारा 370 के खिलाफ आंदोलन किया था, वही वेंकैया नायडू जी राज्य सभा में सभापति के नाते उस सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे जब धारा 370 को हटाने का प्रस्ताव राज्य सभा में पेश किया गया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मैंने श्री वेंकैया जी को राज्य में प्रदेश के महामंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष और केंद्र में राष्ट्रीय महामंत्री एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष, सभी पदों पर काम करते हुए देखा है। मैं यहाँ एक कार्यकर्ता के तौर पर सीखने वाली बात आप सबको बताना चाहता हूँ। श्री वेंकैया जी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद दिल्ली का विधान सभा चुनाव था। हम सब जानते हैं कि दिल्ली एक छोटा प्रदेश है लेकिन फिर भी पार्टी ने उनसे आग्रह किया था कि वे दिल्ली के चुनाव प्रभारी बनें लेकिन बिना किसी शिकन के उन्होंने दिल्ली चुनाव प्रभारी का दायित्व एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता की तरह सफलतापूर्वक निभाया। जितनी तन्मयता से वे राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यभार संभालते थे, उतनी ही तन्मयता के साथ उन्होंने दिल्ली के चुनाव प्रभारी का दायित्व भी संभाला। नियमित रूप से सुबह 9 बजे कार्यालय आने वाले अध्यक्ष आज तक भाजपा में यदि कोई बने हैं तो वे श्री वेंकैया नायडू जी थे। वे विपरीत परिस्थितियों में भी छोटी से छोटी बातों को ध्यान में रखते हुए पार्टी को ऊपर उठाने में लगे रहे। पार्टी को मूल सिद्धांतों की ओर वापस ले जाने के लिए उन्होंने अथक प्रयास किया। पहली बार पार्टी ने देखा कि जिले स्तर तक का संगठनात्मक दौरा राष्ट्रीय अध्यक्ष कर सकता है। उन्होंने देश भर के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद भी किया और उन्हें संबल भी दिया। श्री वेंकैया नायडू जी भारतीय जनता पार्टी के एक सफल राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में वे ग्रामीण विकास मंत्री थे और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार में उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री और शहरी विकास मंत्री के पद को सुशोभित किया। उनके ही कार्यकाल में शहरों को बदलने वाला प्रधानमंत्री आवास योजना (अर्बन) और स्मार्ट सिटी का कंसेप्ट लॉन्च हुआ। श्री वेंकैया जी ने सफलतापूर्वक शहरी विकास मंत्रालय का नेतृत्व किया और श्री नरेन्द्र मोदी जी की अर्बन डेवलपमेंट की परिकल्पना को जमीन तक पहुंचाने के लिए अथक प्रयास किया।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.