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एम्स प्रशासन के हठधर्मी रवैये से खिन्न दिव्यांग चढ़ा पेड़ पर

राज्यसभा सांसद ने ऋषिकेश एम्स मामले पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांगा मिलने का समय 

कर्मचारियों से मिले भाजपा युवा मोर्चे के जम्मू -कश्मीर राज्य के प्रभारी विपिन कैंथोला

  • पिछले 12 दिनों से धरने पर बैठे हैं निष्काषित कर्मचारी 
  • विधान सभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद पेड़ से उतरा कर्मचारी 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)से निकाले गए आउटसोर्स कर्मचारियों के धरने के 12 वें दिन एक निष्कासित दिव्यांग कर्मचारी एम्स के बाहर विशाल पेड़ पर चढ़ गया। जिससे वहां मौजूद सभी लोग सकते में आ गए। दिव्यांग के पेड़ पर चढ़ने से हड़कंप मचा हुआ है। पेड़ पर चढ़े युवक ने सभी कर्मचारियों की बहाली की मांग की। हालांकि बाद में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के हस्तक्षेप के बाद वो नीचे उतर आया।

इससे पहले बीते दिन राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के प्रतिनिधि के तौर पर भाजपा युवा मोर्चे के जम्मू -कश्मीर राज्य के प्रभारी विपिन कैंथोला ने बीते दिन एम्स प्रशासन के अड़ियल रवैये की शिकायत सांसद से की ,मामले में सांसद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से निष्कासित कर्मचारियों की बात रखने का समय लिया है। उन्होंने कहा उत्तराखंड के रोज़गार पर पहले यहाँ के बेरोजगारों का हक है लिहाज़ा एम्स प्रशासन कि धींगा मुश्ती वे नहीं चलने देंगे।

गौरतलब हो कि एम्स से निकाले गए आउटसोर्स कर्मचारी अपनी बहाली को लेकर पिछले 12 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं इन कर्मचारियों ने पिछले दो दिन से क्रमिक अनशन भी शुरू कर दिया है। मंगलवार दोपहर करीब 1:45 बजे निष्कासित दिव्यांग आउटसोर्स कर्मचारी नवीन बहुगुणा अचानक विशाल पेड़ पर चढ़ गए। वहीं उनको पेड़ पर चढ़ता देख धरने पर बैठे उनके साथी उससे नीचे उतरने की गुहार लगाते रहे, लेकिन उसने एक ना सुनी। मामले के शहर में चर्चा में आ जाने के बाद में मौके पर पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने हस्तक्षेप करते हुए पेड़ पर चढ़े कर्मचारी कोनीचे उतारा। मामले की गंभीरता को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने उप जिलाधिकारी ऋषिकेश को मौके पर बुलाकर समस्या के समाधान के लिए समिति गठित कर एम्स ऋषिकेश के निदेशक से चर्चा वार्ता करने को कहा है।

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