आखिर रातों-रात कहां गायब हुई विद्युत लाइन ?

विजीलेंस जांच के नाम पर की गई खानापूर्ति
देहरादून । एक पूरी बस्ती के ऊपर से गुजर रही विद्युत लाइन रातों-रात गायब हो जाती है लेकिन हैरानी की बात है कि इतना बडे़ मामले को विद्युत विभाग के अधिकारी विजीलेंस जांच के नाम पर महज खानापूर्ति कर डालते हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि यह वाक्या पहली बार नहीं हुआ बल्कि तीन साल पहले भी इसी तरह से विद्युत लाइन रातों-रात गायब हो गई थी, लेकिन इस मामले एक प्राइवेट कर्मचारी पर दोषारोपण करने की कोशिश की गई थी जिसमें कुछ लोगों के हस्तक्षेप किया गया था तब जाकर उक्त कर्मचारी की जान बच पायी थी, लेकिन विभागीय अधिकारीयों ने तब भी सच्चाई सामने लाने की कोई कोशिश नही की थी। जिसको लेकर विद्युत विभाग पर कईं सवाल खड़े हो रहे हैं।
विद्युत लाइन के रहस्यमय ढंग से गायब होने का यह मामला भंडारी बाग क्षेत्र के सिंघल मण्डी का है जहां पर विगत 12 अप्रैल को एक पूरी बस्ती के उपर से गुजर रही सैकड़ों मीटर विद्युत लाइन रातों-रात गायब हो गई। हैरानी की बात यह है कि पहले तो विभाग ने इस मामले को कोई तवज्जों नही दी लेकिन जब मामले ने तूल पकड़ा तो अधिकारियों ने विजीलेंस जांच के निर्देश तो दिये लेकिन यह जांच महज खानापूर्ति ही होकर रह गई। इतने दिन बाद भी इस मामले में विभाग यह पता लगाने में नाकाम ही साबित हुआ है कि आखिर यह विद्युत लाइन गायब करने के पीछे किसका हाथ है। सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि कुछ दिन पूर्व क्षेत्र में शटडाउन हुआ था.
सूत्रों का कहना है कि इसी दौरान यह कारनामा हुआ और इस मामले में किसी छोटे कर्मचारी की नही बल्कि किसी बड़े अधिकारी की संलिप्तता होना तय है लेकिन सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से तीन वर्ष पूर्व हुई इसी तरह की घटना में एक छोटे कर्मचारी पर विद्युत लाइन (लो टेंशन) गायब होने को लपेटने की कोशिश की गई थी उसी तरह से एक बार फिर चंद अधिकारी छोटे कर्मचारियों के उपर इस विद्युत लाइन के गायब होने का ठीकरा फोड़ने की तैयारी में तो नही है।
यदि वास्तव में विद्युत विभाग के अधिकारी इस मामले को लेकर गंभीर होते तो पहले यह पता लगाने का प्रयास करते की जिस दिन शट डाउन किया गया था उस दिन कौन-कौन ड्यूटी पर थे। सवाल यह भी उठ रहा है कि एक ही क्षेत्र में एलटी लाइन का दो बार गायब हो जाना किसी बहुत बड़े खेल की और इशारा कर रहा है।