सैंपल टेस्टिंग के दौरान नौगाम पुलिस स्टेशन में बड़ा धमाका, गृह मंत्रालय ने बताई पूरी वजह…

सैंपल टेस्टिंग के दौरान नौगाम पुलिस स्टेशन में बड़ा धमाका, गृह मंत्रालय ने बताई पूरी वजह
श्रीनगर के नौगांव में पुलिस स्टेशन पर धमाके के बाद गृहमंत्राल ने पहली बयान जारी किया है। गृह मंत्रालय के जम्मू-कश्मीर संभाग के संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे ने कहा कि 14 नवंबर को रात 11:20 बजे नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर एक बड़ा विस्फोट हुआ। नौगाम पुलिस ने एक आतंकी मॉड्यूल का मामला सुलझा लिया। बताया कि एफआईआर की जांच के दौरान विस्फोटक पदार्थों और रसायनों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया था। बरामदगी को पुलिस स्टेशन के एक खुले क्षेत्र में सुरक्षित रूप से रखा गया था। जांच में शामिल सभी एजेंसियां और वैज्ञानिक तरीके से एक साथ काम कर रही हैं। मानक और निर्धारित प्रक्रिया के एक भाग के रूप में, बरामद रासायनिक और विस्फोटक नमूनों को आगे की फोरेंसिक और रासायनिक जांच के लिए भेजा जा रहा था।
कहा कि संवेदनशील प्रकृति के कारण इसे विशेषज्ञों की देखरेख में अत्यंत सावधानी से किया जा रहा था। इसी बीच रात लगभग 11:20 बजे एक आकस्मिक विस्फोट हुआ। इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में 9 लोगों की जान चली गई, जबकि 27 पुलिसकर्मी, 2 राजस्व अधिकारी और 3 नागरिक घायल हुए हैं।
प्रशांत लोखंडे ने कहा कि पुलिस थाने की इमारत को भारी नुकसान पहुंचा है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है। हालांकि, इस घटना के कारणों के बारे में किसी भी अन्य अटकलबाजी की आवश्यकता नहीं है। सरकार मृतकों के परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ी है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात भी सुबह घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के फरीदाबाद जिले में टेरर मॉड्यूल का खुलासा हुआ था। भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद हुआ, इसलिए बरामद विस्फोटक पदार्थ अमोनियम नाइट्रेट को जांच के लिए श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में लाया गया था। नौगाम में ही 19 अक्टूबर को टेरर मॉड्यूल की पहला केस दर्ज हुआ था।
डीजीपी ने बताया कि पिछले 2 दिन से विस्फोटक पदार्थ की जांच चल रही थी। इसी बीच अचानक विस्फोटक पदार्थ फट गया। उन्होंने साफ किया है कि इस दुखद घटना का कोई और पहलू नहीं है। धमाके में पुलिस और अन्य अधिकारियों समेत 9 लोगों की जान चली गई है।



