हिमालयन अस्पताल में एचआईवी रोगियों के लिए डायलिसिस केंद्र
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के तहत हिमालयन अस्पताल के गुर्दा रोग विभाग में काल्पिनिक नाम सचिन देहरादून निवासी को नया जीवन दिया है।
एसआरएचयू हिमालयन अस्पताल के गुर्दा रोग विशेषज्ञ डाॅ. शहबाज अहमद ने बताया कि देहरादून निवासी सचिन जिसकी उम्र 32 है। हिमालयन अस्पताल में पेट में दर्द व उल्टी की समस्या को लेकर गुर्दा रोग विशेषज्ञ डाॅ. शहबाज अहमद के पास आया। सचिन की प्राथकिम जांच करवाने के बाद पता चला कि सचिन की दोनों किडनियां खराब होने के साथ सचिन एचआईवी पाॅजीटिव पाया गया।
डॉ अहमद ने सचिन का डायलिसिस किया जिस से की वह अपना जीवन जी सके उसका एचआईवी संक्रमित होने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता नही थी। मरीज की हालत नाजुक थी उसका इलाज कर उसे नया जीवन दिया गया, वह अब सामान्य जीवन जी रहा है। डाॅ. शहबाज अहमद का कहना है कि एचआइवी संक्रमित रोगियों के लिए डायलिसिस जैसी सुविधाएं केवल बड़े महानगरों में उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि साथ ही हिमालयन अस्पताल में डायलिसिस पर होने वाले खर्चे की लागत अन्य अस्पतालों से कम है। डाॅ. अहमद ने बताया कि सचिन का जीवन को बचाने के लिए सप्ताह में तीन बार डायलिसिस करवानी पडी। हिमालयन अस्पताल उत्तराखंड का एकमात्र एचआईवी रोगीयों के डायलिसिस का केंद्र है। डॉ अहमद ने बताया कि एचआईवी रोगी का डायलिसिस अलग मशीनों से किया जाता है जिससे कि अन्य रोगियों को संक्रमण न हो।