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पूर्व सीएम हरीश रावत को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाने की अफ़वाह से कांग्रेस की प्याली में तूफान

वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस रावत और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह कैंप में बंटी

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून । कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच मंगलवार को कांग्रेस को भी एक अफवाह वायरस ने गिरफ्त में ले लिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सीएम हरीश रावत के कुछ समर्थकों ने उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इसके बाद तो कांग्रेस के भीतर जो तूफान उठा वो दून से दिल्ली तक पहुंच गया।

मामला जानकारी में आने के तत्काल बाद ही रावत ने फेसबुक पर इसे अफवाह करार दिया। साथ ही सुनियोजित षड़यंत्र करार देते हुए सायबर एक्ट में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी। मंगलवार सुबह फेसबुक पर एकाएक ही रावत के प्रदेश अध्यक्ष बनने की पोस्ट अपलोड होना शुरू हुई। देखते ही देखते ये वायरल होना शुरू हो गई।

https://www.facebook.com/Harishrawatcmuk/posts/1499202946920941

कुलदीप और माला कांग्रेस से निष्कासित

हरीश रावत को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की अफवाह उडाने पर कांग्रेस अनुशासन समिति ने नैनीताल के कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष कुलदीप शर्मा और महिला नेता माला वर्मा को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया।

अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि जिन लोगों ने इन दोनों की पोस्ट का फेसबुक-ट्वीटर पर आगे प्रसारित किया है, उन्हें भी चिह्नित किया जा रहा है। पार्टी विरेाधी गतिविधियों में लिप्त लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

गुटीय राजनीति से जूझ रही कांग्रेस में इन पोस्ट की वजह से एकदम ही प्रतिक्रियाएं भी होना शुरु हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए रावत तत्काल ही इन अफवाहों का खंडन करने को आगे आए। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर सोशल मीडिया पर चल रही खबरों को झूठा और साजिश करार दिया। यह भी कहा कि वो इस मामले में सायबर एक्ट के तहत कार्रवाई करने भी जा रहे हैं।

मालूम हो कि वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस रावत और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह कैंप में बंटी है। अंदरखाने रावत समर्थक मानते आ रहे है कि राज्य में कांग्रेस की कमान रावत को दी जा सकती है। हालांकि यह बात केवल अंदरूनी चर्चाओं में रही है।

पर, अभी हाल में यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम रावत को हटाकर सुमित्तर भुल्लर को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, उससे लोगों को इस बदलाव पर भी यकीन होने लगा था। विक्रम रावत के पूर्व सहयोगी रणजीत सिंह के पुत्र हैं। जबकि भुल्लर को रावत कैंप से जुड़ा माना जाता है। आज रावत को लेकर सोशल मीडिया में बधाइयां आने पर प्रीतम कैंप ने तत्काल ही दिल्ली हाईकमान से इन खबरों की तस्दीक कराई। हालांकि हाईकमान ने भी ऐसा कुछ होने से इंकार ही किया है।

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