पूरी तैयारी के साथ की लुटेरी दुल्हन ने लूट की वारदात
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
रुड़की । करीब डेढ़ साल पहले रुड़की के कलियर क्षेत्र से 11 लोग लुटेरी दुल्हन का शिकार हुए थे। यहां सात अलग-अलग लोगों से शादी कर एक महिला ने परिवारों को बेहोश कर दुल्हन माल ले उड़ी थी। इतना ही नहीं उसने रुड़की क्षेत्र के भी चार लोगों को इसी तरह से अपना शिकार बनाया था। जिसे बाद में धनौरी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह महिला राजस्थान की निकली थी। रुड़की क्षेत्र में एक बार फिर इस तरह की घटना सामने आने पर लोग हैरत में हैं। यहां शादी के सात दिन बाद ही दुल्हन पूरे परिवार को खाने में नशीला पदार्थ खिलाकर लाखों का माल ले चम्पत हो गई और अब परिवार के सात लोगों का सिविल अस्पताल में उपचार चल रहा है। मामले में पुलिस ने लुटेरी दुल्हन समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रुड़की के मोहनपुरा निवासी रविंद्र की गांव में ही दूध की डेयरी है। कुछ दिन पहले रविंद्र की मुलाकात अलीगढ़ निवासी बलदेव, उसकी पत्नी और उसकी बहन गुड़िया से हुई थी। सात दिन पहले रविंद्र ने अपने साले राजू (26) पुत्र धनीराम की शादी लक्सर के एक मंदिर में गुड़िया से कराई डाली। शादी के बाद से ही राजू और गुड़िया अपने बहनोई रविंद्र के मोहनपुरा स्थित घर में रह रहे थे। शनिवार को गुड़िया का भाई बलदेव और उसकी भाभी भी उससे मिलने आई थी। शनिवार की रात को गुड़िया ने पूरे परिवार के लिए खाने में दाल चावल बनाए।
संभवतः उसने खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया, जिसे खाने से राजू, रविंद्र, उसके पिता मेघराज, रविंद्र की पत्नी पिंकी, बेटा गौरव और सौरव के साथ ही बेटी प्रिया बेसुध हो गई। इसके बाद इस लुटेरी दुल्हन ने अपनी भाभी और भाई के साथ घर में रखे जेवरात और नगदी समेट घर से गायब हो गई। रविवार सुबह सात बजे जब एक एक दूध कारोबारी दूध लेने पहुंचा तो उसे पूरा परिवार बेसुध पड़ा मिला।
उसने पड़ोसियों की मदद से सभी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस भी मौके पर बुलाई गई और उसने घटना स्थल पर जाकर जानकारी ली। पुलिस के अनुसार परिवार के लोग अभी तक सामान्य नहीं हैं। सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने रविंद्र के रिश्तेदार सुभाष की तहरीर पर लुटेरी दुल्हन समेत तीन पर मुकदमा दर्ज किया है। उन्होंने बताया घर से मिली दाल और चावल का नमूना फॉरेंसिक जांच के लिए लिया है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।
सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि घटना के बाद परिवार के लोग शादी की बात छिपाते रहे। परिवार के लोगों को गुड़िया और उसके परिवार के बारे में कोई खास जानकारी नहीं है। कुछ दिन पहले ही रविंद्र की बलदेव से मुलाकात हुई थी। आनन-फानन उसने अपने साले की शादी गुड़िया से करा दी। रविंद्र या उसके साले राजू ने शादी से पहले बलदेव के अलीगढ़ स्थित घर जाकर भी नहीं देखा था। यहां तक कि परिवार के पास लुटेरी दुल्हन का कोई फोटो तक नहीं है। आशंका यह जताई जा रही है कि आरोपितों ने अपने अलीगढ़ स्थित घर के बारे में उन्हें गलत जानकारी दी होगी।
पुलिस के अनुसार शादी के सात दिन तक विवाहिता ने पूरे घर को अच्छी तरह से समझ लिया था। शनिवार को उसका भाई और उसकी भाभी का यहां आना भी इसलिए हुआ था कि वारदात कर सकें। पुलिस के अनुसार गुड़िया ने बड़ी चालाकी से परिवार के लोगों के ही खाने में नशीला पदार्थ मिलाया था। पुलिस ने यह भी आशंका जताई जा रही है कि गुड़िया का भाई ही नशीला पदार्थ लेकर आया था।