NH-74 मुआवजा घोटाले में नए खुलासे कर सकता है इनकम टैक्स विभाग !
- आयकर अधिकारियों ने देरी पर जताया सन्देह
- एक अधिकारी की कई विदेश दौरों से सकते में है प्रवर्तन विभाग
- पुलिस से आयकर विभाग ने मांगी घोटाले से संबंधित जानकारियाँ
- प्रवर्तन निदेशालय भी जांच की आंच में आये अधिकारियों की कुंडली खंगालने में जुटा
DEHRADUN : उत्तराखंड के 300 करोड़ के बहुचर्चित एनएच-74 भूमि मुआवज़ा घोटाले को लेकर आयकर विभाग सहित प्रवर्तन निदेशालय सक्रिय हो गया है। सूबे के इस बहुचर्चित घोटाले की जहाँ आयकर विभाग भी अपने स्तर पर इसकी जांच करने जा रहा है वहीँ प्रवर्तन निदेशालय भी जांच की आंच में आये अधिकारियों की कुंडली खंगालने में जुटे हुए हैं कि आखिर इतना सारा पैसा इन्होने कहीं विदेशों में तो इन्वेस्ट नहीं किया है। क्योंकि मामले से जुड़े एक अधिकारी के इस बीच कई विदेश दौरों से प्रवर्तन विभाग को यह सोचने पर मज़बूर किया हुआ है। वहीँ माना तो यह भी जा रहा है कि आयकर की जांच के साथ इसमें कई और खुलासे भी हो सकते हैं। इनकम टैक्स ने इसे लेकर राज्य पुलिस से घोटाले से जुड़ी जानकारी जल्द से जल्द साझा करने के लिए कहा है।
मामले में उत्तराखंड के मुख्य आयकर आयुक्त प्रमोद कुमार गुप्ता ने कहा कि आयकर इस घोटाले की जांच अपने स्तर पर अलग से करेगा। हालांकि राज्य सरकार जहां एसआईटी बनाकर इसकी जांच करवा रहा है, वहीं ईडी ने भी इस मामले में मुकदमा दर्ज किया हुआ है। मुख्य आयकर आयुक्त के मुताबिक इस पूरे मामले में बड़े पैमाने पर कर की चोरी की गई है, साथ ही सरकारी बजट को कालाधन बनाकर ठिकाने लगाने की भी सूचनाएं भी विभाग को मिली हैं। उन्होंने कहा कि रेवन्यू इंटेलिजेंस काउंसिल की बैठक में भी इस मामले को रखा गया है। पुलिस की ओर से एसपी विजिलेंस इस बैठक में शामिल हुए थे, उनसे घोटाले से जुड़ी जानकारियां साझा करने के लिए कहा गया है।
मुख्य आयकर आयुक्त पीके गुप्ता ने एनएच घोटाले को लेकर सूचनाएं साझा करने में देरी पर जरूर हैरानगी जताई है । उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर इसीलिए रेवन्यू इंटेलिजेंस काउंसिल बनाई गई हैं, लेकिन पुलिस की ओर से काउंसिल में सूचनाएं साझा नहीं की गईं। उन्होंने बताया कि पुलिस से जानकारी मिलते ही इनकम टैक्स अलग टीम बनाकर इसकी जांच शुरू कर देगा। इसके बाद ही पता चलेगा किसने कितना पैसा कहाँ और क्यों इन्वेस्ट किया है।