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मंत्री हरक सिंह रावत ने की समधन की सिफारिश तो शिक्षा विभाग ने तोड़े नियम

  • तबादला आदेश तो नहीं आया लेकिन मौत जरूर आ गयी 

देहरादून : अल्मोड़ा सल्ट ब्लॉक के जमरधार प्राइमरी स्कूल के सहायक अध्यापक महेशचंद्र जोशी कैंसर से पीड़ित थे। उन्हें उपचार के लिए बार-बार दिल्ली और देहरादून आना-जाना पड़ता था। उन्होंने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए अपना तबादला सुगम क्षेत्र में करने का अनुरोध किया था। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 14 जुलाई 2017 को महेश का निधन हो गया। 

लेकिन वहीँ दूसरी तरफ मंत्रियों के रिश्तेदार और वीआईपी मामलों में तबादले को लेकर सरकार की तेजी काबिलेतारीफ नज़र आ रही है।ताज़ा मामला मंत्री की होने वाली समधन नर्वदा गुसाईं का है जो मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल का टाइटल जीत चुकीं मॉडल अनुकृति गुसाईं की मां हैं और वर्तमान में  जीआईसी लैंसडौन में सहायक अध्यापिका हैं और देहरादून आना चाहती हैं। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार नर्वदा के तबादले को हरक ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को लंबी चौड़ी चिट्ठी भेज अनुरोध किया कि प्रतिनियुक्ति या तबादला कर ही दिया जाए। नर्वदा पौड़ी के लैंसडौन जीआईसी में सहायक अध्यापिका हैं। अनुकृति और हरक के पुत्र तुषित का विवाह आगामी अप्रैल में प्रस्तावित है। कुछ समय पहले ही नर्वदा ने श्रम मंत्री ने तबादले के लिए अनुरोध किया था। इसके लिए उन्होंने तर्क दिया था कि अपनी बेटी की मॉडलिंग की तैयारियों में मार्गदर्शन के लिए उन्हें आए दिन देहरादून आना पड़ता है। साथ ही उन्होंने अपनी बीमारी का उल्लेख भी किया है। सूत्रों के अनुसार शिक्षा मंत्री ने मामला अपने साथी मंत्री की रिश्तेदारी से जुड़ा देखकर मित्रता धर्म निभाते हुए तत्काल ही महानिदेशक-शिक्षा आलोक शेखर तिवारी को कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने श्रम मंत्री के सिफारिशी पत्र पर ही इसके निर्देश कर दिए। अपने मंत्री के आदेश देख शिक्षा विभाग भी इस हाईप्रोफाइल केस की फाइल तैयार करने में जुट गया है।

खुद व्यवस्था का मजाक उड़ा चुके हैं शिक्षा मंत्री 

सिफारिशी तबादलों पर शिक्षा विभाग की यह तेजी पहली बार नहीं है। सामान्य शिक्षकों के अटैचमेंट पर सख्ती से रेाक लगाने वाले शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने सत्ता संभालने के कुछ ही दिन बाद भाजपा उपाध्यक्ष ज्येाति गैरोला की पत्नी समेत सिफारिशी शिक्षकों को देहरादून लाने के लिए शिक्षा निदेशालय में एक शिकायत निवारण प्रकोष्ठ ही गठित कर दिया है। हालांकि यह शिकायत प्रकोष्ठ शिक्षकों की अपेक्षाओं पर अब तक खरा नहीं उतरा है।

इनकी भी सुनवाई होगी क्या कभी …? 

देहरादून के विकासनगर ब्लॉक के केदारावाला जीआईसी की शिक्षक उर्मिला डिमरी तीन साल से कैंसर से पीड़ित हैं। उनका उपचार दिल्ली एम्स और दून के जौलीग्रांट अस्पताल में चल रहा है। उर्मिला कई बार अपना तबादला जौलीग्रांट के आसपास किसी स्कूल में करने का आवेदन कर चुकी हैं पर सुनवाई नहीं है।
नैनीताल के ओखलकांडा ब्लॉक के जीआईसी गौनियारों में तैनात जगदीश कुमार का पुत्र मल्टीपल स्कुयरोलिसिस जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है। उसका उपचार दिल्ली एम्स में चल रहा है। उन्होंने कई बार अपने पुत्र की बीमारी का हवाला देते हुए अनुरोध के आधार पर तबादले का आवेदन किया पर कार्रवाई नहीं हुई।

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